अरे साहब, खाकी का तो जलवा ही अलग है

रुद्रपुर : रोजगार के साथ-साथ रसूख भी है पुलिस की नौकरी में। यही वजह है कि पुलिस की नौकरी युवाओं की प

By Edited By: Publish:Mon, 20 Oct 2014 12:20 AM (IST) Updated:Mon, 20 Oct 2014 12:20 AM (IST)
अरे साहब, खाकी का तो जलवा ही अलग है

रुद्रपुर : रोजगार के साथ-साथ रसूख भी है पुलिस की नौकरी में। यही वजह है कि पुलिस की नौकरी युवाओं की पहली पसंद बन गई है। इसका उदाहरण पुलिस लाइन में आयोजित परीक्षा रही। यहां महज 281 पदों के लिए सवा तीन हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। इन अभ्यर्थियों में बीटेक, एमबीए समेत प्रोफेशनल डिग्री वाले विद्यार्थी भी शामिल थे। पेश है कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा देने आए युवाओं से बातचीत के अंश :

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19यूडीएनपी3-- मोहित सिंह

अल्मोड़ा के चौखुटिया से मोहित सिंह कहते हैं कि देश सेवा के लिए पुलिस की नौकरी करना चाहते हैं। वेतन के साथ-साथ खाकी भीड़ से अलग पहचान दिलाती है इसलिए बचपन से वह पुलिस में नौकरी में आना चाहते थे।

19यूडीएनपी4-- भूपेंद्र सिंह

चंपावत के बीएससी स्नातक भूपेंद्र सिंह भी देश सेवा के लिए पुलिस की नौकरी करना चाहते हैं। मगर वह भी इसे रौबदार नौकरी बताते हुए इसकी ओर आकर्षित हो कहते हैं कि पुलिस को हर जगह सम्मान मिलता है इसलिए वह भी पुलिस बनना चाहते हैं।

19यूडीएनपी5-- कमल सिंह माहरा

लोहाघाट के कमल सिंह माहरा कहते हैं कि पुलिस कर्मी में रिटायर होने तक जोश, होश, जज्बा होता है। इसके साथ ही समाज भी खाकी को सलाम करता है इसीलिए वह पुलिस में शामिल होना चाहते हैं।

19यूडीएनपी6-- सुनील बिष्ट

बागेश्वर निवासी सुनील बिष्ट का मानना है कि वह समाज से अपराध पर लगाम कसने के लिए पुलिस कर्मी बनना चाहते हैं। इसके अलावा रोजगार का भी अच्छा साधन है। वह कहते हैं कि उनका बचपन से पुलिस कर्मी बनने का सपना है इसलिए वह परीक्षा में शामिल होने आए हैं।

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