60 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार

काशीपुर में कोरोनाकाल के बाद अब अन्य चीजों के साथ-साथ शिक्षा विभाग भी पटरी पर लौटते हुए दिखाई दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 06:42 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 06:42 PM (IST)
60 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार
60 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार

जागरण संवाददाता, काशीपुर : कोरोनाकाल के बाद अब अन्य चीजों के साथ-साथ शिक्षा विभाग भी पटरी पर लौटते हुए दिखाई दे रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के अभिभावकों से राय ली गई। इस दौरान 60.55 फीसद अभिभावकों ने कहा कि स्कूलों को खोल दिया जाए वह अपने बच्चों को भेजने को तैयार हैं। जबकि 31.06 फीसद ने कहा कि स्कूलों को अभी न खोला जाए और 8.40 ने कोई मत नहीं दिया है। यह रिपोर्ट ब्लाक शिक्षा विभाग की ओर से मुख्य शिक्षाधिकारी को भेजी गई है। अब स्कूल खोलने न खोलने को लेकर फैसला प्रदेश व प्रारंभिक शिक्षा मंत्री अरविद पांडेय के स्तर से लिया जाना है।

कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद से स्कूल-कालेजों को भी बंद कर दिया गया था। अब दोबारा से इन्हें खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है, लेकिन सरकार बिना अभिभावकों की मर्जी के कुछ करना नहीं चाहती है। इसलिए बीते दिनों सर्वे कराने का फैसला लिया गया, जिसके तहत काशीपुर ब्लाक में भी सर्वे कराया गया। बैठक करके किसी की राय ले पाना संभव नहीं था इसलिए इस कार्य को आनलाइन किया गया। खंड शिक्षाधिकारी रणजीत सिंह नेगी ने बताया कि काल, मैसेज, वाट्सएप व अन्य आनलाइन माध्यमों से अभिभावकों से स्कूल खोलने व बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर राय मांगी गई थी। कक्षा छह से आठ तक के बच्चों पर किए गए सर्वे के दौरान 60.55 फीसद ने स्कूल खोलने पर सहमति जताई। वह अपने बच्चों को स्कूल भेजने को भी राजी दिखाई दिए। जबकि 31.06 फीसद ने असहमति जताई और 8.40 फीसद ने कहा कि वह कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं। सरकार जौ फैसला लेना चाहे ले सकती है। सर्वे कराने के बाद यह रिपोर्ट हाल ही में मुख्य शिक्षाधिकारी को रुद्रपुर भेज दी गई है।

chat bot
आपका साथी