प्रोजक्ट पास होते ही हाथ लगा जैकपॉट

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : एनएच 74 पर हाईवे फोर लेन का प्रोजक्ट क्या पास हुआ सबकी चांदी हो गई। पहले एन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Mar 2017 08:31 PM (IST) Updated:Sat, 25 Mar 2017 08:31 PM (IST)
प्रोजक्ट पास होते ही हाथ लगा जैकपॉट
प्रोजक्ट पास होते ही हाथ लगा जैकपॉट

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : एनएच 74 पर हाईवे फोर लेन का प्रोजक्ट क्या पास हुआ सबकी चांदी हो गई। पहले एनएचएआई ने सड़क घुमाने के नाम पर जम कर चांदी काटी। उसके बाद मुआवजा बांटने में जम कर जेब भारी होती रही। इस खेल में एनएचएआई से लेकर निर्माणदायी संस्था के लोग और अधिकारी मालामाल हो गए।

एनएच 74 पर फोरलेन शुरूआती दौर पर ही विवादों के घेरे में आ गया था। जब नक्शा सामने आया तो एनएचएआई के अधिकारियों पर जमकर अंगुलिया उठने लगी थी। फोर लेन के नक्शे को कागज पर उकेरने से लेकर उसे अंतिम रूप देने के बीच खेल की बातें उसी दौरान से सामने आ गई थी, जब निर्माण प्रारंभ हुआ था। जिसके चलते साठ-गांठ की बातें खुल कर सामने आई। लोगों ने खुल कर आरोप लगाए कि कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए न केवल एनएचएआई ने सड़क को कहीं छोटा तो कही चौड़ा भी किया गया। इसके पीछे मोटे लेन-देन का भी हो हल्ला मचता रहा। किच्छा के एक धार्मिक स्थल को चपेट में लेने के लिए तो जमकर खेल होने की बाते उड़ती रही थी। इसको लेकर कई बार टकराव की स्थिति भी बनी। लेकिन प्रशासन की रणनीति के सामने सभी ने बाद में घुटने टेक दिए थे। इतना ही नहीं कही पर डिवाइडर जरूरत से अधिक चौड़े है तो कही उसे पूरा समेट दिया गया है। जिसको लेकर भी लोगों ने हल्ला खूब मचाया। हालाकि एनएचएआई इसके पीछे मानकों का हवाला दे उसकी दुहाई देता रहा। लेकिन इसके पीछे किसी बड़े खेल की सुगबुगाहट पहले ही दिन से शुरू हो गई थी। जिसकी नींव प्रोजक्ट को कागजों में रखे जाने के साथ ही रख दी गई थी।

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