Uttarakhand Crime News: विवाहिता प्रीति के पूरे शरीर पर थे जलाने और चोट के निशान, मेडिकल टीम भी सन्न

देहरादून के जीवनगढ़ में ससुरालियों के जुल्म की शिकार प्रीति के पूरे शरीर पर जलाने और चोट के निशान मिले हैं। जिसे देखकर मेडिकल टीम भी सन्न रह गई। खाना न दिए जाने के कारण काफी विवाहिता प्रीति कमजोर हो गई थी।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 20 Sep 2022 09:18 PM (IST) Updated:Tue, 20 Sep 2022 09:18 PM (IST)
Uttarakhand Crime News: विवाहिता प्रीति के पूरे शरीर पर थे जलाने और चोट के निशान, मेडिकल टीम भी सन्न
नई टिहरी में पत्रकारों को जानकारी देते पीड़ित महिला प्रीति और उसकी मां सरस्वती देवी। जागरण

जागरण संवाददाता, नई टिहरी: Uttarakhand Crime News देहरादून के जीवनगढ़ में ससुरालियों के जुल्म की शिकार विवाहिता प्रीति का मेडिकल करने वाली टीम भी उसके शरीर पर चोट और गहरे जख्म देखकर सन्न रह गई। प्रीति के शरीर पर जलाने के लगभग 25 निशान थे। इसके अलावा, काले पड़ चुके निशान भी थे। सिर पर भी गहरी चोट लगी थी।

प्रीति की सास सुभद्रा और ननद जया ने प्रीति के साथ अमानवीयता की सारे हदें पार कर दीं। मंगलवार को प्रीति का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। वहां मेडिकल करने वाली टीम ने भी अपने जीवन में पहली बार इस तरह की घटना देखी।

खाना न दिए जाने के कारण बेहद कमजोर हो चुकी प्रीति के शरीर पर जलाने और गर्म चीज से दागने के निशान मिले। पूरे शरीर पर 25 दागने और जलाने के निशान मिले। शरीर पर कुछ काले निशान भी थे, जो पुराने पड़ चुके थे। मेडिकल टीम के मुताबिक काफी पहले से प्रीति को दागा जा रहा था, जिससे उनके शरीर पर पुराने निशान भी मिले।

बच्चों और पति को भी मारते थे आरोपित

पीड़ित महिला प्रीति ने मंगलवार को बताया कि उसकी सास सुभद्रा और ननद जया जब उसे मारते थे, तो उसके पति और बच्चे विरोध करते थे। लेकिन उसकी सास सुभद्रा और जया उसके बाद बच्चों और उसके पति को भी मारते थे और चुप रहने के लिए कहते थे।

प्रीति की मां ने बताया कि प्रीति का पति अनूप थोड़ा मानसिक रूप से कमजोर है। प्रीति के दो लड़के और एक लड़की है। तीनों बच्‍चे अपनी मां को बचाने का प्रयास करते थे, लेकिन आरोपित सास और ननद बच्चों को भी डरा-धमका कर चुप रहने के लिए कहते थे।

बाथरूम में सुलाते थे, जूठा खाना देते थे

प्रीति के साथ उसकी सास और ननद ने मानवता को शर्मशार करने वाली सभी हदें पार कर दी। प्रीति ने बताया कि उसे बाथरूम में सुलाया जाता था। उसे पिछले काफी समय से खाना भी नहीं दिया जाता था। घर में जो खाना बच जाता था, तो उसे फेंका नहीं जाता था बल्कि उसे खिलाया जाता था। जब वह खाना मांगती थी तो उसे मारा पीटा जाता था। उसकी आवाज आस-पड़ोस में कोई सुन न सके तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया जाता था।महिला आयोग की अध्यक्ष ने ली जानकारी

यह घटना समाज के लिए बेहद निंदनीय

प्रीति के साथ दर्दनाक घटना की जानकारी मिलने के बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मंगलवार को प्रीति और उसके स्वजन से वार्ता की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना समाज के लिए बेहद निंदनीय है।

कंडवाल ने टिहरी एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर से भी वार्ता कर उन्हें इस मामले में आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।

2017 में भी हुई थी घटना

वर्ष 2017 में भी प्रीति के साथ उसकी सास और ननद ने मारपीट की थी, जिसके बाद सरस्वती देवी अपनी बेटी को लेकर अपने गांव रिंडोल आ गई थी। उसके कुछ दिन बाद प्रीति के ससुर देवेंद्र जगूड़ी उसे लेने गांव आए और माफी नामा देकर प्रीति को दोबारा ससुराल ले गए।

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