पांच बकरिया चुनेंगी अपना जीवनसाथी, जानिए कैसे

बाड़े में पांच-पांच बकरों को रखा जाएगा। फिर उसमें एक-एक बकरी छोड़ी जाएगी। बकरी जिसे पसंद करेगी। उनका विवाह कराया जाएगा। मंगल स्‍नान से लेकर विदाई सभी संस्‍कार पूरे होंगे।

By Gaurav KalaEdited By: Publish:Fri, 17 Feb 2017 06:10 PM (IST) Updated:Sun, 19 Feb 2017 06:55 AM (IST)
पांच बकरिया चुनेंगी अपना जीवनसाथी, जानिए कैसे
पांच बकरिया चुनेंगी अपना जीवनसाथी, जानिए कैसे

नई टिहरी, [अनुराग उनियाल]: महाशिवरात्री के महापर्व पर 24 फरवरी को टिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक का पंतवाड़ी गांव एक अनोखा आयोजन का गवाह बनेगा। इसके तहत एक बाड़े में पांच-पांच बकरे रखे जाएंगे। उनमें एक बकरी छोड़ी जाएगी। बकरी जिस बकरे को पसंद करेगी। उनका विवाह किया जाएगा।

इस दौरान किसानों को पशुपालन विभाग की तरफ से काश्तकारों को पशुओं की दवाई और बेहतर नस्ल के बीज दिए जाएंगे। पशुओं में नस्ल सुधार के लिए ग्रीन पीपुल संस्था यह आयोजन करा रही है।

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टिहरी जनपद के जौनपुर ब्लॉक के पंतवाड़ी गांव में 24 फरवरी को प्रदेश में पहली बार और अनोखा स्वयंवर रचा जाएगा। ग्रीन पीपुल संस्था की तरफ से ग्रामीण क्षेत्रों में नशुओं की नस्ल सुधार के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कोई खास प्रयास नहीं किए जाते हैं।

ऐसे में ग्रीप पीपुल संस्था की तरफ से ग्रामीणों को जागरुक करने के बकरी स्वयंवर रचा जा रहा है। 23 फरवरी को 15 बकरों को मंगल स्नान के बाद तैयार किया जाएगा। अलग अलग गांवों से इन बकरों को लाया जाएगा। उसके बाद 24 फरवरी को पांच- पांच के तीन जोड़े बनाए जाएंगे।

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उसके बाद पांच बकरों के साथ एक बकरी को बाड़े में छोड़ा जाएगा। बकरी जिस बकरे के साथ जाएगी उसके साथ उसका विवाह कराया जाएगा। तीन बार यह प्रक्रिया की जाएगी। इस दौरान आसपास के ग्रामीणों के लिए बेहतर नस्ल के बीज और पशुओं के लिए दवाई भी पशुपालन विभाग की तरफ से दी जाएगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के नस्ल सुधार के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। हमे उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद पशुओं की नस्ल सुधरेगी और ग्रामीणों भी आर्थिक रुप से मजबूत होंगे। अच्छी नस्ल के पशु ज्यादा दूध देंगे।

होंगे सभी रीतिरिवाज

बकरी स्वयंवर के दौरान शादी में होने वाले सभी संस्कार किए जाएंगे। इसमें मंगल स्नान, मांगल गीत के बाद शादी और वूध की विदाई भी की जाएगी। सबसे खास बात ये है कि बकरों को शानदार कपड़े पहनाकर सजाया जाएगा। वर पक्ष और वधू पक्ष के लोग सभी संस्कारों को पूरा करेंगे।

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