गजब: प्रधानाध्यापक के पद ही नहीं किए सृजित

जागरण संवाददाता, नई टिहरी: शासन का भी जवाब नहीं। जिले के छह विद्यालयों को उच्चीकृत तो कर दिया गया ले

By Edited By: Publish:Mon, 30 Nov 2015 01:01 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2015 01:01 AM (IST)
गजब: प्रधानाध्यापक के  
पद ही नहीं किए सृजित

जागरण संवाददाता, नई टिहरी: शासन का भी जवाब नहीं। जिले के छह विद्यालयों को उच्चीकृत तो कर दिया गया लेकिन वहां प्रधानाध्यापक के पद ही सृजित नहीं किए गए। यह हाईस्कूल तीन साल से बिना प्रधानाध्यापक के चल रहे हैं। इससे पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पद सृजन के लिए शासन को लिखा गया है।

जिले में नरेंद्रनगर प्रखंड के हाईस्कूल निगेर, रामपुर, जौनपुर के चामासारी व रणौगी, देवप्रयाग के बमाणा, बरसोली में छह विद्यालयों को हाईस्कूल में उच्चीकरण तो कर दिया गया है,लेकिन करीब तीन साल बीतने के बाद भी इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के पद ही सृजित नहीं किए गए। इस कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यदि विद्यालय में मुखिया न हो तो विद्यालय की शिक्षण या अन्य व्यवस्थाओं पर क्या प्रभाव पड़ रहा होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सहायक अध्यापक ही प्रधानाध्यापक के कार्यो को देख रहे हैं। पद सृजित न होने के शिक्षा विभाग के लिए भी यह परेशानी का सबब बना हुआ है। उधर, मुख्य शिक्षाधिकारी डीसी गौड़ का कहना है कि जिले के छह हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक के पद सृजित नहीं हैं, इसके लिए शासन को लिखा गया है।

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