तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद

सोमवार सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 29 Oct 2018 12:39 PM (IST) Updated:Mon, 29 Oct 2018 12:39 PM (IST)
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट सोमवार सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर मंदिर समिति के पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद रहे।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कार्याधिकारी एमपी जमलोकी ने बताया कि कपाट बंद के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ की चल विग्रह डोली मार्कंडेय मंदिर मक्कुमठ में स्थापित हो जाएगी। यहां छह माह शीतकालीन पूजाएं आयोजित होंगी।

बाबा तुंगनाथ की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंच रही है। 30 अक्टुबर को रात्रि विश्राम भुनकुन में एवं 31 अक्टुबर को बाबा तुंगनाथ मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में शीतकाल के लिए विराजमान हो जाएंगे। तुंगनाथ मंदिर के प्रबंधक प्रकाश पुरोहित एवं मठापति रामप्रसाद मैठाणी ने बताया कि डोली के चोपता पहुंचने पर स्थानीय जनता द्वारा स्वागत की तैयारियां की जा रही है। सोमवार को विग्रह डोली चोपता पहुंच जाएगी। मंदिर समिति प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर सिंह, पुष्पवान, विक्रम सिंह रावत आदि डोली के साथ चल रहे हैं। 

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