बच्चे को कार में बैठा कर बीस किमी दूर छोड़ा

By Edited By: Publish:Sat, 26 Jul 2014 09:05 PM (IST) Updated:Sat, 26 Jul 2014 09:05 PM (IST)
बच्चे को कार में बैठा कर बीस किमी दूर छोड़ा

संवाद सूत्र, जखोली: जखोली ब्लाक के सिंडवाल गांव में तीन लोगों ने एक दस वर्षीय बच्चे को कार में बैठाकर गांव से करीब बीस किमी दूर छोड़ दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बाहरी व्यक्तियों का गांव में प्रवेश पर पाबंदी व इन लोगों का सत्यापन की मांग प्रशासन से की है।

गत शुक्रवार को ग्राम सिंडवाल निवासी सिरोमणि कोठारी की रोपाई चल रही थी। उसने अपने दस वर्षीय पुत्र विकास को बैल लेने के लिए घर भेजा, लेकिन जब बच्चा समय से खेत में नहीं लौटा तो बच्चे के पिता ने पत्‍‌नी को बच्चा लाने के लिए घर भेजा, लेकिन जब बच्चा घर में नहीं मिला तो मां डर गई। इसकी सूचना बच्चे के पिता को दी। काफी ढूंढ़ खोज करने के बाद बच्चा नहीं मिला, लेकिन जब बच्चे ने घर पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई तो सभी दंग रह गए।

बच्चे के अनुसार जब वह बैल लाने के लिए अपने घर जा रहा था तो सफेद कार में तीन लोग सवार थे। वे उसके समीप आए और उसे रुमाल सुंघाकर बेहोश कर दिया। उसके बाद का उसे कोई पता नहीं चला कि आगे क्या हुआ। जब उसे होश आया तो उसने अपने को 20 किमी दूर स्यालसू की झाडि़यों में पाया। उसने सड़क किनारे लगे बोर्ड को देखकर अपने घर का पता लगाया। वह वाहन में बैठकर मयाली पहुंचा। इसके बाद वह वन विभाग के रेंज कॉलोनी पहुंचा। जहां उसके परिजन भी पहुंच गए।

क्षेत्रीय निवासी हरीश पुंडीर, विक्रम सिंह रावत, पूर्व जिपं सदस्य जयदीप काला ने संयुक्त बयान में कहा है कि फेरी वालों पर गांवों में घुसने पर अंकुश लगना चाहिए। जितने भी बाहरी व्यक्ति है, उनका सत्यापन होना जरूरी है। जब तब इन पर अंकुश नहीं लगाया जाता है ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।

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