फर्जी डिग्री मामले में आपदा प्रबंधन अधिकारी की संविदा निरस्त

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी रंजना ने जिले में तैनात जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी आशीष सेमवाल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2017 01:00 AM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2017 01:00 AM (IST)
फर्जी डिग्री मामले में आपदा प्रबंधन अधिकारी की संविदा निरस्त
फर्जी डिग्री मामले में आपदा प्रबंधन अधिकारी की संविदा निरस्त

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी रंजना ने जिले में तैनात जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी आशीष सेमवाल को पद से हटाने के साथ ही उनकी संविदा भी निरस्त कर दी है। आपदा प्रबंधन अधिकारी के स्नातक प्रमाण पत्र के फर्जी होने के आरोप जांच में सही पाए गए। इसके बाद ही डीएम ने यह कार्रवाई की।

जनवरी 2015 से रुद्रप्रयाग में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के पद पर तैनात आशीष सेमवाल के स्नातक प्रमाण पत्र फर्जी होने का पता तब चला, जब ऋषिकेश निवासी पंकज मिश्रा ने आरटीआइ के तहत इस संबंध में जानकारी मांगी। इस पर रुद्रप्रयाग के तत्कालीन डीएम डॉ. राघव लंगर ने मामले की जांच के लिए एसडीएम चतर सिंह चौहान की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। इसमें मुख्य शिक्षा अधिकारी सुभाष भट्ट व सेवा योजना अधिकारी कपिल पांडे शामिल थे। जांच में पता चला कि सेमवाल ने जब 2011 में ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी नागालैंड से कला वर्ग में स्नातक की डिग्री ली, तब उपरोक्त यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त नहीं थी। जिलाधिकारी रंजना ने बताया कि सभी बिंदुओं को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी की संविदा निरस्त कर उन्हें पद से हटाया गया। अन्य जानकारियां जुटाई जा रही हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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नियुक्ति पर उठे सवाल

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के रूप में आशीष सेमवाल टिहरी जिले के साथ रुद्रप्रयाग जिले में भी करीब पांच वर्ष तक तैनात रहे। उनकी नियुक्ति सीडीओ के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय कमेटी की संस्तुति पर की गई थी। ऐसे में कमेटी की भूमिका पर सवाल उठने लाजिमी हैं।

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