केदारनाथ समेत पूरे गढ़वाल में पसरा अंधेरा

जागरण टीम, गढ़वाल: सोमवार सांय आए तेज तूफान ने पर्वतीय क्षेत्रों में तबाही मचाई है। जगह- जगह पेड़ गिर

By Edited By: Publish:Tue, 24 May 2016 06:43 PM (IST) Updated:Tue, 24 May 2016 06:43 PM (IST)
केदारनाथ समेत पूरे गढ़वाल में पसरा अंधेरा

जागरण टीम, गढ़वाल: सोमवार सांय आए तेज तूफान ने पर्वतीय क्षेत्रों में तबाही मचाई है। जगह- जगह पेड़ गिरने से विद्युत लाइनें ध्वस्त हो गई हैं। इससे गढ़वाल में पांचों जनपद में कई स्थानों पर बिजली गुल है। जबकि कुछ स्थानों पर ऊर्जा निगम के अधिकारी लाइन जोड़ने में जुटे हैं। अधिकारियों का दावा है कि जहां अभी तक बिजली आपूर्ति नहीं हुई हैं वहां जल्द ही आपूर्ति बहाल की जाएगी।

रुद्रप्रयाग में केदारनाथ समेत पूरे जिले में 24 घंटे से अधिक समय से विद्युत आपूíत ठप पड़ने से केदारनाथ समेत जनपदवासियों ने अंधेरे में ही रात काटी। गत सोमवार को पूरे जिले में आंधी-तूफान से काफी नुकसान हुआ। श्रीनगर से रुद्रप्रयाग आ रही ऊर्जा निगम की 33 केवी विद्युत लाइन पर पेड़ गिरने से पंचभैयाखाल, छातीखाल, फरासू एवं मल्यासू में क्षतिग्रस्त हो गई। मंगलवार को ऊर्जा निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी सुबह मौके पर पहुंचे। इसके बाद लाइन को ठीक करने का कार्य शुरू किया गया। अधिकांश स्थानों पर लाइन को ठीक कर दिया गया। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर मानी जाने वाली टिहरी-जखोली-रुद्रप्रयाग 33 केवी लाइन पर भी निगम के कर्मचारी कार्य में जुटे हैं। ऊर्जा निगम के एसडीओ शैलेन्द्र बिष्ट ने बताया कि घनसाली में विद्युत लाइन का कार्य चल रहा है।

चमाली जिले में सोमवार की सांय को 3:48 बजे 132 केवी की मुख्य लाइन में खराबी आने के चलते लाइट गुल हुई। हालांकि यह लाइन सांय को 6:30 बजे सुचारु हो चुकी थी, लेकिन चमोली का घाट, नंदप्रयाग क्षेत्र, दशोली विकासखंड, पोखरी विकासखंड, जोशीमठ विकासखंड में विद्युत सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। दरअसल बारिश व हवा के चलते कर्णप्रयाग से नंदप्रयाग के बीच बरसाली के जंगलों में 66 केवी की लाइन पर पेड़ गिर गया था। मंगलवार को दोपहर 2:10 बजे विद्युत सप्लाई सुचारु हुई है। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता कैलाश कुमार ने कहा कि पेड़ हटाकर विद्युत लाइन की मरम्मत में इसलिए भी ज्यादा समय लगा क्योंकि जंगलों के बीच होने के चलते वहां तक पहुंचना मुश्किल था।

उधर नारायणबगड़ डिवीजन के अधीन कर्णप्रयाग विद्युत सबस्टेशन के नगरीय क्षेत्रों में सोमवार सांय को आंधी-तूफान के बाद ठप हुई बिजली आपूर्ति 24 घंटे बाद बहाल कर दी।

अधिशासी अभियंता विद्युत नारायणबगड़ डिवीजन अमित शर्मा ने बताया कि पिंडरघाटी की आपूर्ति 33 केवी लाईन 12 स्थानों पर विशालकाय पेड़ गिरने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त है लगभग 45 किमी इस लाईन के लंबे स्पानों को ठीक करने में विद्युत विभाग के 12 से अधिक लाईन मैन दिनरात काम कर फाल्ट ढूंढ़ने में लगे हैं।

टिहरी जिले में चौबीस घंटे बाद भी जिले के लगभग 100 गांव में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। इसके चलते लगभग 50 हजार से ज्यादा की आबादी बीती शाम से अंधेरे में है। वहीं ऊर्जा निगम का कहना है कि मरम्मत का काम चल रहा है। बीती शाम से घुत्तू, चमियाला, बूढ़ाकेदार, जखन्याली, बादशाहीथौल, रानीचौरी, नकोट, नगुण, मोलधार , खाड़ी, आगराखाल, गजा क्षेत्रों में बिजली नहीं है। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता शक्ति प्रसाद ने बताया कि मरम्मत का काम चल रहा है।

उत्तरकाशी : बीते सोमवार शाम को आए तूफान ने जिले में संचार व विद्युत व्यवस्था को ध्वस्त किया। जिला मुख्यालय के आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार सुबह 11 बजे बिजली आपूर्ति सुचारु हुई, लेकिन जिले के डुंडा, भटवाड़ी, मोरी, चिन्यालीसौड़, पुरोला ब्लाक के 290 गांव अभी अंधेरे में हैं। ऊर्जा निगम के अनुसार तूफान के कारण 200 से अधिक बिजली के पोल तथा कई किलोमीटर तक विद्युत लाइनें टूट गई हैं। क्षेत्रों को बिजली आपूर्ति सप्लाई करने वाले सात बिजली घर ठप पड़े हैं।

उत्तरकाशी जनपद में सोमवार शाम को चले तूफान से जनपद भर में 1000 से अधिक पेड़ टूट कर गिरे हैं। अधिकांश पेड़ विद्युत लाइनों के ऊपर गिरे हैं। इससे सोमवार शाम को जिला मुख्यालय सहित डुंडा ब्लाक, भटवाड़ी ब्लाक, चिन्यालीसौड़ ब्लाक, मोरी ब्लाक, नौगांव ब्लाक, पुरोला में बिजली गुल हुई। जिला मुख्यालय के जोशियाड़ा, नगर क्षेत्र के ज्ञानसू में मंगलवार सुबह 11 बजे बिजली आपूर्ति सुचारु हुई, लेकिन भटवाड़ी ब्लाक के भटवाड़ी क्षेत्र, असी गंगा घाटी, इंद्रावती घाटी के 60 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। डुंडा ब्लाक के करीब 80 गांव अभी भी अंधेरे में हैं। चिन्यालीसौड ब्लाक के 70 गांव में सोमवार शाम से बिजली गुल है। नौगांव ब्लाक के स्याना चट्टी तथा बर्नीगाड वाले क्षेत्र में बिजली आपूर्ति अभी बहाल नहीं हो सकी है। पुरोला ब्लाक के दस गांव तथा मोरी ब्लाक के 55 गांवों में बिजली नहीं है।

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