बालिका का शव उठाने से ग्रामीणों का इन्कार, गुलदार के हमले में बच्चे की हुई मौत का मामला

गुलदार के हमले में मारी गई बच्ची के शव को उठाने से गुस्साए ग्रामीणों ने मना कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 05:00 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 05:00 AM (IST)
बालिका का शव उठाने से ग्रामीणों का इन्कार, गुलदार के हमले में बच्चे की हुई मौत का मामला
बालिका का शव उठाने से ग्रामीणों का इन्कार, गुलदार के हमले में बच्चे की हुई मौत का मामला

पिथौरागढ़, जेएनएन : छाना पांडेय गांव में गुलदार के हमले में मारे जाने के बाद शुक्रवार को ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम हाउस में वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने शव उठाने से इन्कार कर दिया। लाश घर रोड पर जाम लग गया। मौके पर पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष और डीएफओ ने ग्रामीणों से वार्ता की। परिजनों को तत्कालिक मुआवजे के रू प में 50 हजार की धनराशि देने के साथ ही गांव में वन विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। गुलदार को आदमखोर घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

बीती रात्रि गुलदार ने छाना पांडेय गांव में 13 वर्षीय किशोरी करिश्मा पुत्री धर्मेद्र राम पर हमला किया जब वह अपनी मां के साथ घास लेकर घर लौट रही थी। हमले में करिश्मा की मौत हो गई। बालिका के शव को रात में ही पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया।

शुक्रवार को बालिका के पोस्टमार्टम प्रक्रिया के दौरान वन विभाग के किसी भी कर्मचारी के मौजूद नहीं होने से ग्रामीण भड़क गए। गांव से आई महिलाओं ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों के प्रदर्शन से लाशघर रोड पर जाम लग गया। सूचना मिलने पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा मौके पर पहुंची। उन्होंने वार्ता कर डीएफओ विनय भार्गव से मौके पर पहुंचने को कहा। मौके पर पहुंचे डीएफओ का ग्रामीणों ने घेराव कर दिया। डीएफओ ने ग्रामीणों से वार्ता की और मौके पर ही तात्कालिक सहायता के रू प में पचास हजार की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि मुआवजे के रू प में दी जाने वाली शेष सहायता जल्द ही परिजनों को दे दी जाएगी। कहा कि वन विभाग की टीम गांव में तैनात कर दी गई है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। डीएफओ से वार्ता के बाद ग्रामीणों ने बालिका का शव उठाया। छाना पांडेय गांव में तैनात टीम का नेतृत्व कर रहे वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी ने बताया कि शुक्रवार को गुलदार की कोई गतिविधि क्षेत्र में नहीं दिखाई दी। गुलदार को आदमखोर घोषित करने के लिए पूरी रिपोर्ट वाइल्ड लाइफ को भेज दी गई है। गुलदार के आदमखोर घोषित होते ही क्षेत्र में शिकारी तैनात कर दिए जाएंगे। :::::::: गुलदार ने 20 किलोमीटर के दायरे में फैलाई दहशत पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से लगे गांवों में सक्रिय गुलदार ने 20 किलोमीटर के दायरे में दहशत फैला दी है। एक सप्ताह में दो लोगों को मारने वाले गुलदार को लेकर वन विभाग अभी स्थिति स्पष्ट नहीं कर सका है।

गुलदार ने सुकौली गांव में एक विक्षिप्त युवक को शिकार बनाने के तीसरे दिन छाना क्षेत्र में एक बालिका को मार डाला। इन दोनों क्षेत्रों की दूरी 10 किलोमीटर की है। इससे पूर्व गुलदार रई क्षेत्र में भी दिखा और हुड़ेती गांव के समीप बच्चों सहित मादा गुलदार दिखाई दे रही है। वन विभाग अलग-अलग क्षेत्रों में दिखाई दे रहे गुलदार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया है। घटनाओं को अंजाम देने वाले गुलदार अलग-अलग हैं तो यह आस-पास के गांवों के लिए बड़ा खतरा है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में घास कटाई का काम चल रहा है। गुलदार के छुपने के लिए घास मुफीद साबित हो रही है। घास में छुपकर ही गुलदार मानवों पर हमले करते हैं। ग्रामीण सहमे हुए हैं। कांग्रेस के पूर्व प्रांतीय प्रवक्ता भुवन पांडे सहित तमाम लोगों ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर शिकारी तैनात किए जाने की मांग की है।

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