पिथौरागढ़ जिले की उदासीनता बागेश्वर के बच्चों पर पड़ रही भारी

पिथौरागढ़ जिले की उदासीनता बागेश्वर जिले के नौनिहालों पर भारी पड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 10:21 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 10:21 PM (IST)
पिथौरागढ़ जिले की उदासीनता बागेश्वर के बच्चों पर पड़ रही भारी
पिथौरागढ़ जिले की उदासीनता बागेश्वर के बच्चों पर पड़ रही भारी

संवाद सूत्र, नाचनी: पिथौरागढ़ जिले की उदासीनता बागेश्वर जिले के नौनिहालों पर भारी पड़ रहे हैं। पढ़ाई के लिए पिथौरागढ़ आने वाले छह ग्राम सभाओं के बच्चे हर रोज जान हथेली पर रखकर आवागमन करने को मजबूर हैं।

नाचनी क्षेत्र में रामगंगा नदी पर बना पैदल पुल वर्ष 2018 में बह गया था। तीन वर्ष पूरे होने के बाद भी पुल का पुनर्निर्माण नहीं हुआ है। दोनों जिलों के बीच आवागमन के लिए रामगंगा नदी पर गरारी लगा दी गई है। बागेश्वर जिले के कई गांवों के लोग अपने जरू री कार्यो के लिए पिथौरागढ़ पर निर्भर हैं। बागेश्वर जिले की छह ग्राम सभाओं के सैकड़ों बच्चे पिथौरागढ़ जिले के स्कूलों में पढ़ते हैं। ये बच्चे पिछले तीन वर्ष से रामगंगा नदी पर लगी गरारी से अपने स्कूल पहुंचते हैं और गरारी के जरिए ही उन्हें वापस घर पहुंचना होता है। दोनों जिलों की जनता लंबे समय से पुल निर्माण की मांग कर रही है, लेकिन दोनों ही जिलों के जनप्रतिनिधि और प्रशासन इस मसले पर उदासीन बने हुए हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए अभिभावकों को हर रोज गरारी स्थल तक पहुंचना पड़ता है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र सिंह ने कहा कि 21 वीं शताब्दी में भी बच्चों को गरारी पर बैठकर स्कूल पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण है। विकास का दावा करने वालों को यहां आकर जमीनी हकीकत देखनी चाहिए। ========= चार दिन से जन औषधि केंद्र में लटके ताले, लोग परेशान

लोहाघाट : नगर के सीएचसी परिसर में गरीबों को सस्ते दर पर दवा मुहैया कराने के लिए खुला जन औषधि केंद्र में एक सप्ताह से ताले लटके हुए है। जिसके चलते क्षेत्र के दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहे लोगों को दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। गरीब लोगों के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र कितना उपयोगी है इसका सहज अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि बाजार में दस गुना अधिक दामों में बिकने वाली दवा जन औषधि केंद्र सस्ते दामों में मिलती है। जन औषधि केंद्र में ताला लटकने से दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे मरीजों और तीमारदारों को बाजार में अधिक धन खर्च कर दवा खरीदने को मजबूर होना पड़ा है। क्षेत्र के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से शीघ्र जन औषधि में लटके ताले की मांग की है ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इधर सीएमएस डा. जुनैद कमर ने बताया जन औषधि केंद्र हमारे अंडर नहीं है। मामले को लेकर जन औषधि केंद्र संचालक से संपर्क करना चाहा संपर्क नहीं हो पाया।

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