मुनस्यारी में हुई सबसे अधिक वर्षा, खलिया टॉप तक हिमपात

मंगलवार की रात को जिले में मौसम मिजाज बदला रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:18 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:23 PM (IST)
मुनस्यारी में हुई सबसे अधिक वर्षा, खलिया टॉप तक हिमपात
मुनस्यारी में हुई सबसे अधिक वर्षा, खलिया टॉप तक हिमपात

जागरण टीम, पिथौरागढ़/मुनस्यारी: मंगलवार की रात को जिले में मौसम मिजाज बदला रहा। देर रात से सुबह तक आसमान बरसा। इस दौरान हिमालय की ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। मुनस्यारी के शीर्ष में स्थित खलिया टाप सहित छिपलाकेदार में हिमपात हुआ।

मंगलवार सायं से ही मौसम बदलने लगा था। आसमान में हल्के बादल छा गए थे कुछ स्थानों पर तो हल्की बूंदाबांदी हुई। मध्य रात्रि के बाद पूरे जिले में बारिश हुई। जिसमें मुनस्यारी में सबसे अधिक 10 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ में चार एमएम, गंगोलीहाट में 5.5 एमएम, बेरीनाग में 2.1 एमएम, डीडीहाट में 1.5 एमएम, मुनस्यारी में दस एमएम अैर धारचूला में 3.1 एमएम बारिश हुई।

मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार दिन में भी बारिश होती रही। इस दौरान हिमालय की ऊंची चोटी पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, नंदा देपी, नंदा कोट सहित सभी चोटियों पर हिमपात हुआ है। वहीं मध्य हिमालयी मुनस्यारी के निकट खलिया टॉप में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार हिमपात हुआ है। छिपलाकेदार में भारी हिमपात हुआ है। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार उच्च हिमालयी व्यास और दारमा में हिमपात हुआ है। बुधवार दिन में भी जिले कुछ क्षेत्रों में तेज गरज के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। =========== गंगोलीहाट में हुई ओलावृष्टि, फसलों का हुआ नुकसान

गंगोलीहाट: बुधवार की सांय गंगोलीहाट क्षेत्र में बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। करीब आधे घंटे तक हुई ओलावृष्टि से सड़कें, खेत सभी स्थानों पर सफेद चादर बिछ गई। ओलावृष्टि से साग-सब्जी, फलों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, सूखे से बची फसल ओलों की भेंट चढ़ गई। बारिश व ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट आ चुकी है।

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