कोरे आश्वासनों से आजिज देश के अंतिम गांव नामिक के लोगों ने दी चेतावनी

देश के अंतिम गांव नामिक की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं। आजिज लोगों ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 08:33 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 10:58 PM (IST)
कोरे आश्वासनों से आजिज देश के अंतिम गांव नामिक के लोगों ने दी चेतावनी
कोरे आश्वासनों से आजिज देश के अंतिम गांव नामिक के लोगों ने दी चेतावनी

पिथौरागढ़, जेएनएन : देश के अंतिम गांव नामिक की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं। यह स्थिति तब है जब उपजिलाधिकारी गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समस्या समाधान का लिखित आश्वासन दे चुके हैं। समस्या जस की तस बनी होने से नाराज ग्रामीणों ने एक बार फिर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे दी है।

मुनस्यारी तहसील के अंतर्गत आने वाले नामिक गांव पहुंचने के लिए ग्रामीणों को आज भी 27 किमी. पैदल चलना पड़ता है। नामिक गांव में बिजली की लाइन बिछाई गई है, लेकिन लाइन ग्रिड से नहीं जुड़ी है। ग्रामीणों को बिजली देने के लिए उरेडा ने 50 किलोवाट की योजना गांव के लिए बनाई है, लेकिन योजना अक्सर खराब ही रहती है। वर्तमान में भी योजना ठप है, जिसके चलते ग्रामीण अंधेरे में रात बिता रहे हैं। डिजिटल युग में भी गांव के लोग संचार सुविधा से वंचित हैं। ग्रामीणों को 50 किमी. दूर आकर मोबाइल कनेक्टिविटी मिल पाती है। समस्याओं को लेकर ग्रामीण कई बार आंदोलन कर चुके हैं। पिछले वर्ष ग्रामीणों ने गांव में ही आमरण अनशन किया था। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए तत्कालीन उपजिलाधिकारी गांव पहुंचे थे, उन्होंने ग्रामीणों को समस्या समाधान का लिखित भरोसा दिया था।

ग्राम प्रधान सुनीता देवी ने बताया कि गांव के लिए वर्तमान में पीएमजीएसवाई द्वारा सड़क काटी जा रही है। इस सड़क को जून 2020 में पूरा हो जाना था, लेकिन अभी तक मात्र छह किलोमीटर सड़क कटी है। बिजली और संचार सुविधा के लिए ग्रामीण परेशान हैं। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक समस्या समाधान के लिए ठोस पहल नहीं होती है तो एक जनवरी से ग्रामीण आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरेंगे। समस्याओं को लेकर मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।

जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा है कि सड़क निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए जा रहे हैं। बिजली और संचार की समस्याओं के समाधान के लिए कार्रवाई की जाएगी। =========== सड़क की दुर्दशा से परेशान पूर्व प्रधान ने सेरी-कुम्डार-वड्डा लिंक रोड को बंद करने की चेतावनी पिथौरागढ़: सेरी-कुम्डार-वड्डा लिंक रोड की दुर्दशा से परेशान पूर्व प्रधान ने नाप खेतों से गुजर रही सड़क को बंद करने की धमकी दी है। पूर्व प्रधान ने लोनिवि के अधिशासी अभियंता को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है।

पूर्व प्रधान महादेव सिंह मेहता ने कहा है कि वर्ष 2015 में सेरी-कुम्डार-वड्डा लिंक रोड का निर्माण कराया गया था, लेकिन इस सड़क में तमाम खामियां होने के कारण आम लोगों को खासी दिक्कतों सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर तल्लाकोट नामक स्थान पर 150 मीटर लंबी दीवार बनाई गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने पूरी दीवार उखाड़ दी। इसकी सूचना विभाग को दी गई, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी सड़क के दूसरे जाब में दीवार लगाए जाने का प्रस्ताव था। करीब 300 मीटर लंबी दीवार अब तक नहीं बनाई गई है। बगैर दीवार लगाए ही ऊपर की जमीन जेसीबी लगाकर काट दी गई, जिससे खासा नुकसान ग्रामीणों को झेलना पड़ा है। सड़क की लीक कटने के साथ ही तमाम लोगों ने अतिक्रमण कर अपनी दुकान और मकान बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में समय-समय पर विभाग को सूचना दी गई, लेकिन अभी तक विभाग की ओर से काई कार्रवाई नहीं हुई है।

पूर्व प्रधान महादेव सिंह ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर लोनिवि के ईई को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि विभाग समस्याओं का समाधान करने के लिए पहल नहीं करता है तो वे सड़क के लिए काटे गए अपने नाप खेतों में दीवार बनाकर सड़क बंद कर देंगे।

लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीपी सिंह ने कहा है कि पूर्व प्रधान की शिकायतों पर जांच कराई जाएगी। शिकायत सही मिली तो उचित कार्रवाई होगी।

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