पहली बार झूलाघाट के लोगों ने किए सीएम के दीदार

पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित झूलाघाट के लोगों ने पहली बार किसी मुख्यमंत्री का दीदार किया। मौका था छह दिवसीय महेसानी महोत्सव का, जिसका उद्घाटन सीएम हरीश रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

By BhanuEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2015 03:16 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2015 03:18 PM (IST)
पहली बार झूलाघाट के लोगों ने किए सीएम के दीदार

पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित झूलाघाट के लोगों ने पहली बार किसी मुख्यमंत्री का दीदार किया। मौका था छह दिवसीय महेसानी महोत्सव का, जिसका उद्घाटन सीएम हरीश रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
श्री रावत झूलाघट पहुंचने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में आसपास के ग्रामीणों के साथ ही नेपाल के लोगों में भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर उत्साह देखा गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों को निराश भी नहीं किया। स्थानीय समस्याओं को लेकर उन्होंने कई घोषणाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने महेसनी महोत्सव के लिए पांच लाख रुपये, भारत-नेपाल के मध्य काली नदी में मोटर पुल निर्माण की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण के लिए नेपाल सरकार से धन नहीं मिलने पर राज्य सरकार खुद पुल बनाएगी।
इस दौरान उन्होंने एडीबी की ओर से पिथोरागढ़ से झूलाघाट के मध्य 24 करोड़ की लागत से हुए सड़क चौडीकरण और डामरीकरण कार्य को घटिया बताते हुए इसकी जांच के आदेश दिए।
साथ ही उन्होंने गौरिहाट से झूलाघाट के बीच 16 किमी सड़क में एडीबी को नए सिरे से कार्य करने को कहा। इसके अलावा झूलाघाट से तालेश्वर और झूलाघाट से बल्ताड़ी की सडकों का डामरीकरण, टनकपुर से जौलजीबी तक स्वीकृत मोटरमार्ग में प्रस्तावित छह पुलों के निर्माण, भतेडी में पशु अस्पताल, गौरिहाट में आटीआई भवन और बडालू में झील निर्माण की भी घोषणा की।
इससे पहले सुबह मुख्यमंत्री ने मुनस्यारी में जनता की समस्याएं सुनी। जनता की मांग पर पिथोरागढ़ से जौलजीबी-मदकोट होते रोडवेज बस सेवा शुरू करने, मुनस्यारी में फोटो गैलरी बनाने के लिए पांच लाख रुपये की घोषणा भी की। वहीं तीन दिवसीय मुनस्यारी महोत्सव को दो दिन और बढानें के निर्देश उन्होंने प्रशासन को दिए।
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