एक साथ चार प्रवक्ताओं के तबादले, अभिभावकों का चढ़ा पारा

राइंका मस्मोली में बगैर प्रतिस्थानी के एक साथ चार प्रवक्ताओं के तबादले करने से अभिभावक भड़क गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 10:20 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 10:20 PM (IST)
एक साथ चार प्रवक्ताओं के तबादले, अभिभावकों का चढ़ा पारा
एक साथ चार प्रवक्ताओं के तबादले, अभिभावकों का चढ़ा पारा

संवाद सूत्र, थल : राइंका मस्मोली में बगैर प्रतिस्थानी के एक साथ चार प्रवक्ताओं के तबादले करने से अभिभावक भड़क गए हैं। इसके विरोध में अभिभावकों ने प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया। अभिभावकों ने शीघ्र विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती नहीं करने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।

गुरु वार को स्कूल प्रबंधन समिति व अभिभावकों ने विद्यालय परिसर पहुंचकर प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। अभिभावकों ने कहा कि राइंका मस्मोली में बगैर प्रतिस्थानी के पांच में से चार हिदी, अंग्रेजी, राजनीतिक विज्ञान व अर्थशास्त्र के प्रवक्ताओं का स्थानांतरण कर दिया गया है। वहीं, एक व्यायाम शिक्षक का भी तबादला किया गया है। जिस कारण विद्यालय में पठन-पाठन पूरी तरह से चौपट हो चुका है। खेल गतिविधियां भी ठप पड़ गई हैं। इससे विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटकता नजर आ रहा है। आक्रोशित अभिभावकों ने कहा कि यदि शीघ्र विद्यालय में रिक्त हुए पदों पर प्रतिनियुक्ति नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में एसएमसी अध्यक्ष राजू जोशी, विक्रम सिंह सामंत, पप्पू राणा, कविता कलोनी, द्रोपदी देवी, राजेंद्र देऊपा, शेर सिंह भंडारी, कमलेश सिंह देऊपा, हयात सिंह, गीता देवी, दुर्गा सिंह, गोपाल सिंह आदि शामिल थे। ====== बगड़ीहाटवासियों की सात वर्ष पुरानी मांग हुई पूरी

तीतरी : नेपाल सीमा से सटे बगड़ीहाट क्षेत्र के विद्यार्थी अब अपने घर के नजदीक ही विज्ञान विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे। सात वर्ष के लंबे इंतजार के बाद विद्यालय में विज्ञान वर्ग की पढ़ाई शुरू हो गई है।

बगड़ीहाट में वर्ष 2014 में इंटरमीडिएट की स्वीकृति मिली थी। कला संकाय की कक्षाएं उसी वर्ष शुरू हो गई, लेकिन शिक्षक नहीं होने से विज्ञान वर्ग की पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। क्षेत्र के विद्यार्थियों को विज्ञान पढ़ने के लिए अस्कोट और जौलजीबी इंटर कालेज में जाना पड़ रहा था। दूरी अधिक होने के कारण गरीब परिवारों के बच्चे विज्ञान नहीं पढ़ पा रहे थे। क्षेत्र के लोग पिछले सात वर्षो से विज्ञान वर्ग की कक्षाओं का संचालन शुरू किए जाने की मांग कर रहे थे।

विद्यालय के प्रधानाचार्य गोविंद राम आर्य ने बताया कि अब विद्यालय में गणित और जीव विज्ञान की पढ़ाई शुरू हो गई है। गणित के प्रवक्ता पूर्व से ही विद्यालय में तैनात हैं। जीव विज्ञान पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक के रू प में तैनाती हो गई है। उन्होंने बताया कि अब क्षेत्र के विद्यार्थियों को विज्ञान वर्ग की पढ़ाई के लिए दूरदराज के विद्यालयों में नहीं जाना पड़ेगा। सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह धामी ने विद्यालय में विज्ञान वर्ग की पढ़ाई शुरू होने पर खुशी जताते हुए कहा कि द्वालीसेरा, घिंघरानी, सिलौनी, तीतरी, सांवलीसेरा और बगड़ीहाट के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा।

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