नंदा देवी से विदेशी पर्वतारोहियों को निकालने वाली टीम होगी सम्मानित

पिथौरागढ़ में बीते जून माह में नंदा देवी ईस्ट अभियान में बर्फीले तूफान की चपेट में आने वाले दल को बचाने के लिए टीम को सम्मानित किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 Oct 2019 10:46 PM (IST) Updated:Sat, 02 Nov 2019 06:26 AM (IST)
नंदा देवी से विदेशी पर्वतारोहियों को निकालने वाली टीम होगी सम्मानित
नंदा देवी से विदेशी पर्वतारोहियों को निकालने वाली टीम होगी सम्मानित

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: बीते जून माह में नंदा देवी ईस्ट अभियान में बर्फीले तूफान की चपेट में आने से मृत विदेशी पर्वतारोहियों के शवों को रेस्क्यू कर निकालने वाली आइटीबीपी के पर्वतारोही दल को गृह मंत्रालय सम्मानित करेगा। यह निर्णय लौहपुरु ष सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर गृह मंत्रालय द्वारा लिया गया। गृह मंत्रालय इस टीम को 11 नवंबर को सम्मानित करेगा।

बीते मई माह में इंग्लैंड, अमेरिका और आस्ट्रेलिया का बारह सदस्यीय पर्वतारोही दल 7434 मीटर ऊंची नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गया था। इस दल का एक सदस्य स्वास्थ्य खराब होने से वापस लौट गया था। दल के साथ एक भारतीय लाइजन अफसर था। नंदा देवी ईस्ट को आरोहण करने के बाद चार पर्वतारोही बेस कैंप में रहे अन्य छह विदेशी पर्वतारोही जिसमें आस्ट्रेलिया की एक महिला पर्वतारोही भी शामिल थी वह अभियान में ही थे । बर्फीला तूफान आने से दल लीडर मार्टिन सहित छह विदेशी पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजन अफसर बर्फीले तूफान की चपेट में आ गए थे। सूचना मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आया। वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से रेकी की गई। रैकी में नंदा देवी में चार शव नजर आए। मौसम खराब होने के कारण और स्थल के अति दुर्गम होने के कारण शवों की तलाश और उन्हें निकालना बहुत बड़ी चुनौती थी। प्रशासन के सम्मुख समस्या पैदा हो गई थी। प्रशासन ने आइटीबीपी से सहयोग लिया। आइटीबीपी के बरेली रेंज के उप महानिरीक्षक एपीएस निंबाडिया को रेस्क्यू चलाने के लिए अनुमति दी। निंबाडिया ने इस अभियान के लिए बल के कुशल और श्रेष्ठ पर्वतारोहियों को बुलाया। एवरेस्ट विजेता आरएस सोनाल को टीम लीडर तैनात किया। इस अभियान का नाम डेयर डेविल्स दिया गया। इस अभियान की तैयारी होने लगी। आइटीबीपी के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोही पिथौरागढ़ पहुंचे। जहां पर इनकी ब्रीफिंग की गई। ब्रीफिंग और उपकरण उपलब्ध होने के बाद रेस्क्यू दल को मुनस्यारी भेजा गया था। मुनस्यारी के बाद दल नंदा देवी बेस कैंप पहुंचा। नंदा देवी में तब मौसम लगातार प्रतिकूल चल रहा था बर्फीले तूफान आ रहे थे। तब रेस्क्यू दल ने उस स्थान पर पहुंचा जहां शव दिखे थे। दस से बीस फीट तक बर्फ हटाकर छह शव निकाले गए। इस स्थान से शवों को चोटी की तरफ उठा कर नीचे बेस कैंप में लाना था जो अति दुष्कर कार्य था। बल के पर्वतारोहियों ने रेस्क्यू अभियान के लिए नियत तिथि से पूर्व छह शवों को पिथौरागढ़ पहुंचाया था।

इधर गुरु वार को सरदार पटेल की जयंती पर गृह मंत्रालय ने डेयर डेविल्स की टीम को सम्मानित करने का निर्णय लेते हुए आदेश जारी किए। आगामी 11 नवंबर को अभियान दल को सम्मानित किया जाएगा।

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डेयर डेविल्स दल में शामिल अधिकारी और जवान

एपीएस निंबाडिया डीआइजी

आरएस सोनाल

अनूप कुमार

हेमंत गोस्वामी

देवेंद्र सिंह

कलम सिंह

कपिल देव

प्रदीप पवार

संजय सिंह

सुरेंद्र सिंह

जय प्रकाश

भरत लाल

धीरेंद्र

देवेंद्र सिंह

मनजीत सिंह

भाग्यशाली

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प्रदेश सरकार को नहीं आई सुध

लापता इंग्लैंड, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के पर्वतारोहियों की तलाश को लेकर दबाव था। यह मामला तीनों देशो के मीडिया में छाया हुआ था। प्रदेश सरकार पर केंद्र सरकार इस मामले में तेजी लाने के लिए दबाव बनाए थी। आइटीबीपी के पर्वतारोहियों ने यह कर दिखाया। गृह मंत्रालय दल को सम्मानित करने जा रही है परंतु प्रदेश सरकार मौन धारण किए है।

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