नेपाली पेंशनरों के खुले जौलजीबी, धारचूला और झूलाघाट के झूला पुल, 1975 लोगों ने की आवाजाही

नेपाली पेंशनरों के लिए गुरुवार को सीमांत के विभिन्न झूला पुलों को खोला गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:05 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:05 PM (IST)
नेपाली पेंशनरों के खुले जौलजीबी, धारचूला और झूलाघाट के झूला पुल, 1975 लोगों ने की आवाजाही
नेपाली पेंशनरों के खुले जौलजीबी, धारचूला और झूलाघाट के झूला पुल, 1975 लोगों ने की आवाजाही

झूलाघाट/धारचूला (पिथौरागढ़), जेएनएन: भारत नेपाल के मध्य भारतीय सेना के सेवानिवृत्त पूर्व सैनिकों की पेंशन और जीवित प्रमाण पत्र जमा करने के लिए धारचूला, जौलजीबी और झूलाघाट पुल खुले। इस दौरान पेंशनरों सहित 1975 लोगों ने आवाजाही की और 274 पेंशनरों को दो करोड़ 70 लाख रु पये की धनराशि की पेंशन का वितरण किया गया।

धारचूला का पुल सुबह दस बजकर पंद्रह मिनट से पूर्वाह्न 11 बजे तक खुला। इस दौरान नेपाल से 77 लोग भारत आए। जिसमें 57 पुरु ष और 20 महिलाएं शामिल रहीं। वहीं भारत से दस पुरु ष, तीन महिलाएं कुल 13 लोग नेपाल गए। सायं चार बजे से फिर एक घंटे के लिए पुल खोला गया। इस दौरान नेपाल से 13 पुरुष दो महिलाए कुल 15 लोग भारत आए और भारत से 21 पुरु ष 15 महिलाएं कुल 36 लोग नेपाल गए। जौलजीबी पुल पर दोनों देशों के 327 लोगों ने आवाजाही की। जिसमें 119 नेपाल के पेंशनर शामिल थे। इस दौरान भारत से एक बारात भी नेपाल जाकर वापस लौटी।

झूलाघाट में तीसरे दिन भी नेपाली पेंशनरों को पेंशन का वितरण किया गया। झूलाघाट पुल सुबह नौ बजे खोला गया। सभी आने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। गुरु वार को नेपाल से 347 पुरु ष, 174 महिलाएं और 25 बच्चे कुल 546 लोग भारत आए। भारत से 548 पुरु ष 397 महिलाएं और 16 बच्चे कुल 961लोग भारत गए। बैंक मैनेजर विवके यादव ने बताया कि गुरु वार को 274 पेंशनरों को दो करोड़ सत्तर लाख रु पये की पेंशन का वितरण किया गया। पुल पर एसएसबी के निरीक्षक रणवीर ंिसंह, केएन नगरकोटी एसआइ, थानाध्यक्ष तारा सिंह राणा, डा. कल्पित रौतेला, डा. प्रकाश पंगरिया, फार्मासिस्ट तैनात रहे। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।

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