टैंकर के भरोसे चल रही है जिले के दूसरे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं

पिथौरागढ़ जिले की आधी आबादी के लिए खोले गए महिला चिकित्सालय में पेयजल संकट गंभीर हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Nov 2020 08:48 PM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 08:48 PM (IST)
टैंकर के भरोसे चल रही है जिले के दूसरे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं
टैंकर के भरोसे चल रही है जिले के दूसरे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: जिले की आधी आबादी के लिए खोले गए महिला चिकित्सालय में पेयजल संकट गंभीर हो गया है। प्रबंधन को व्यवस्थाएं चलाने के लिए टैंकर से पानी मंगाना पड़ रहा है। पानी की कमी के चलते अस्पताल की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

नगर के मध्य में स्थित महिला चिकित्सालय को 62 बेड का घोषित किए तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं, जगह की कमी के चलते वर्तमान में यहां केवल 42 बेड का ही संचालन हो पा रहा है। कुल स्वीकृति से करीब 35 प्रतिशत कम में संचालित हो रहे अस्पताल में पानी के भी पूरे इंतजाम नहीं हैं। पिथौरागढ़ जनपद के साथ ही पड़ोसी जनपद चम्पावत, बागेश्वर और पड़ोसी देश नेपाल से भी महिलाएं उपचार के लिए आती हैं। पानी की कमी मरीजों के लिए मुसीबत बन रही है। कई बार तीमरदारों को बाजार से पानी लाना पड़ रहा है। पेयजल इंतजाम के लिए अस्पताल में तीन संयोजन लगाए गए थे, लेकिन इनमें पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। मजबूरी में अस्पताल प्रबंधन को टैंकर से पानी मंगाकर व्यवस्थाएं चलानी पड़ रही हैं। तमाम संगठन पानी की समस्या दूर किए जाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। ========== अस्पताल में पेयजल की समस्या है, लेकिन मरीजों को परेशानी नहीं होने दी जा रही है। जरू रत पड़ने पर टैंकर से पानी मंगाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने अस्पताल के लिए नई पेयजल लाइन बिछाने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जल संस्थान को दे दिए हैं, जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी।

- डा. जेएस नबियाल, सीएमएस, महिला चिकित्सालय

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