डाकघर अल्मोड़ा में, गांव पिथौरागढ़ के

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: इसे सीमांकन की लापरवाही माने या फिर नियोजन की कमी। खामियाजा तो आठ गांवों

By Edited By: Publish:Sat, 28 Nov 2015 10:02 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2015 10:02 PM (IST)
डाकघर अल्मोड़ा में, गांव पिथौरागढ़ के

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: इसे सीमांकन की लापरवाही माने या फिर नियोजन की कमी। खामियाजा तो आठ गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। सभी गांव हैं तो पिथौरागढ़ जिले के परंतु उनका डाकघर अल्मोड़ा जिले में पड़ता है। अपने जिला मुख्यालय से आने जाने वाली डाक को पहुंचने में 26 दिन का समय लगता है। दूसरे जिलों के आने जाने वाली डाक एक से 10 दिन के भीतर पहुंच जाती है।

यह हाल अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले की सीमा सेराघाट क्षेत्र का है। जहां पर अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले की सीमा सरयू नदी है। सरयू नदी का पूर्वी हिस्सा पिथौरागढ़ का तो पश्चिमी हिस्सा अल्मोड़ा जिला है। पिथौरागढ़ जिले में पड़ने वाले चौनापातल, भनोलीसेरा, सेरा उर्फ बड़ोली, बसेड़ा, न्योलियासेरा, सारकोला और नैनी गांवों का डाकघर अल्मोड़ा जिले के भैंसियाछाना में पड़ता है।

जिसका सीधा असर इस क्षेत्र की डाक व्यवस्था पर पड़ रहा है। ग्रामीणों को अपने जिला मुख्यालय से आने -जाने वाली डाक के लिए पूरे 26 दिन का इंतजार करना पड़ता है। ग्राम प्रधान सेरा मोहन जोशी बताते हैं कि जिले के भीतर आने जाने वाली डाक पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के मध्य घूमती रहती है। पोस्ट आफिस में आने वाली डाक कभी कभार ही भैंसियाछाना को पोस्टमैन लेकर आता है। इस संबंध में जनता कई बार पिथौरागढ़ के डाक अधीक्षक को अपनी समस्या बता चुके हैं। इसके बाद भी आठ गांवों का पोस्टआफिस अपने ही जिले में नहीं बन रहा है।

अल्मोड़ा पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए डाक अधीक्षक पिथौरागढ़ को उचित कार्यवाही के लिए कहा है। डाक अधीक्षक के निर्देश पर बेरीनाग के डाक निरीक्षक ने निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के डेढ़ माह गुजर जाने के बाद भी कार्यवाही शुरू नहीं हुई है। जिससे नाराज ग्रामीणों ने दिसंबर प्रथम सप्ताह से धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।

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