अधूरी जानकारी देकर बनवाया उत्तरजीवी प्रमाण पत्र, निरस्त

जागरण संवाददाता कोटद्वार कोटद्वार तहसील के अंतर्गत एक व्यक्ति ने अपने मृतक पुत्र के संबंध में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 05:31 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 05:35 PM (IST)
अधूरी जानकारी देकर बनवाया उत्तरजीवी प्रमाण पत्र, निरस्त
अधूरी जानकारी देकर बनवाया उत्तरजीवी प्रमाण पत्र, निरस्त

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कोटद्वार तहसील के अंतर्गत एक व्यक्ति ने अपने मृतक पुत्र के संबंध में गलत तथ्य प्रस्तुत कर उत्तरजीवी प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। उक्त व्यक्ति ने मृतक की पत्नी का जिक्र प्रमाण पत्र में नहीं किया। इस बीच प्रशासन ने मृतक की पत्नी को भी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र जारी कर दिया। मामला तब प्रकाश में आया, जब सेना के समक्ष एक ही व्यक्ति के दो उत्तरजीवी प्रमाण पत्र प्रस्तुत हुए। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की तो पूरा प्रकरण सामने आ गया। प्रशासन ने एक उत्तरजीवी प्रमाण पत्र को रद कर दिया है। साथ ही गलत तथ्य देने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी में है।

उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटर सेंटर के अभिलेख कार्यालय की ओर से एक पत्र प्रशासन को भेजा गया। पत्र में कहा गया था कि स्व. नरेंद्र सिंह के प्रपत्रों में दो उत्तरजीवी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए हैं। पत्र में वैध प्रमाण पत्र को मान्य करते हुए अन्य को निरस्त करने का आग्रह किया गया। बताया कि दोनों प्रमाण पत्रों की जांच की गई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि एक प्रमाण पत्र मृतक नरेंद्र के पिता महिपाल सिंह, माता पीतांबरी देवी और भाई रविद्र के नाम पर जारी हुआ था, जबकि दूसरा प्रमाण पत्र मृतक नरेंद्र की पत्नी सोनिया के नाम पर जारी हुआ। उप जिलाधिकारी ने बताया कि महिपाल सिंह की ओर से प्रस्तुत प्रपत्रों में सोनिया का जिक्र नहीं किया गया था। जबकि, यू.पी.जेड.ए.एल.आर. एक्ट की धारा 171(2)(9) में मृतक की पत्नी ही प्रथम वरीयता के अनुसार उत्तराधिकारी है। बताया कि महिपाल सिंह को इस संबंध में नोटिस जारी कर उसे जारी प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही सोनिया को जारी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र को वैध मानते हुए इस संबंध में सेना के अभिलेख कार्यालय में सूचना भेज दी गई है।

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