सीटों पर बबाल, रोकी फार्म की बिक्री

By Edited By: Publish:Thu, 10 Jul 2014 01:17 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jul 2014 01:17 AM (IST)
सीटों पर बबाल, रोकी फार्म की बिक्री

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिले की प्रक्रिया शुरू होते ही सीट निर्धारण के खिलाफ छात्रों व छात्र संगठनों का पारा चढ़ गया है। बुधवार को आवेदन पत्रों की बिक्री के पहले ही दिन छात्रों ने आवेदन पत्र बिक्री काउंटर बंद करा दिया। छात्र संगठनों ने सीट निर्धारण की बाध्यता न हटाने तक आवेदन पत्रों की बिक्री प्रक्रिया ठप करने की चेतावनी दी है।

बुधवार को तय कार्यक्रम के तहत भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व छात्रसंघ पदाधिकारी महाविद्यालय परिसर में एकत्र हुए। छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की व फार्म ब्रिकी काउंटर बंद करा दिया। इसके बाद छात्रों ने प्राचार्य कक्ष के समक्ष नारेबाजी की व धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि स्नातक प्रथम वर्ष में सीट निर्धारण का कदम छात्र विरोधी है। छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित रखने की साजिश की जा रही है। उन्होंने प्राचार्य डॉ. एमएस रौतेला से वार्ता में सीट निर्धारण के बाबत उचित कदम न उठाने तक आवेदन पत्रों की बिक्री न होने देने की चेतावनी दी। प्रदर्शन में भाराछासं के जिलाध्यक्ष विजय रावत, अभाविप के जिला संयोजक विजय सिंह, छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष रौथाण, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सूरज प्रसाद आदि मौजूद रहे।

15 मिनट में बिके 125 आवेदन

आवेदन पत्र बिक्री के पहले दिन फार्म काउंटर महज 15 मिनट खुल पाया, लेकिन इस अवधि में 125 आवेदन पत्र बिक गए। छात्रों के विरोध के चलते गुरुवार को आवेदन पत्रों की बिक्री पर संशय है।

महाविद्यालय प्रशासन ने मांगा सहयोग

छात्रों के विरोध की चेतावनी को हल्के में ले रहे महाविद्यालय प्रशासन की नींद आखिरकार टूट ही गई। महाविद्यालय प्रशासन ने दाखिला प्रक्रिया सुचारू रखने के लिए स्थानीय प्रशासन से सहयोग मांगा है। प्राचार्य डॉ. एमएस रौतेला ने बताया कि तय कार्यक्रम के तहत प्रवेश प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा जा रहा है।

.........

chat bot
आपका साथी