मुस्लिम योग साधना शिविर समापन पर दिखी योग की ताकत, दो चलती कारों को रोका

वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय में चल रहा मुस्लिम योग साधना शिविर रविवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 24 Nov 2019 07:26 PM (IST) Updated:Sun, 24 Nov 2019 07:26 PM (IST)
मुस्लिम योग साधना शिविर समापन पर दिखी योग की ताकत, दो चलती कारों को रोका
मुस्लिम योग साधना शिविर समापन पर दिखी योग की ताकत, दो चलती कारों को रोका

कोटद्वार, जेएनएन। भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय में चल रहा मुस्लिम योग साधना शिविर रविवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया। समापन पर योगीराज विश्वपाल जयंत (आधुनिक भीम) और उनके शिष्य देवेंद्र फौजी ने योग के बल पर हैरतअंगेज कारनामे प्रस्तुत किए। 

महाविद्यालय परिसर में आयोजित समापन समारोह में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर ने कहा कि भारतीय संस्कृति का जन्म गुरुकुल से ही हुआ है और आज भी गुरुकुल संस्कृति का संरक्षण व संवर्धन कर रहे हैं। कण्वाश्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आमजन को योग के प्रति प्रेरित किया। कार्यक्रम में कोटद्वार नगर निगम की महापौर हेमलता नेगी, पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, जमीयत उलेमा-ए-हिंद बिजनौर के सचिव मो. अरशद, नजीबाबाद के सचिव मुफ्ती उजैर, यशस्वी गोयल, इंटरनेशनल स्किल फाउंडेशन के राजेश राजपूत, सुनील गोयल, दर्शननाथ आदि ने भी विचार रखे। 

इस दौरान गुरुकुल के संस्थापक योगीराज विश्वपाल जयंत ने योग के बल पर बाजुओं की ताकत से विपरीत दिशाओं में जा रही दो कारों को रोककर दर्शकों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। जबकि, उनके शिष्य देवेंद्र फौजी ने आंख, दांत व गले से सरिया मोड़ने के साथ ही चेन से भारी कार खींचने का हैरतअंगेज कारनामा दिखाया। उन्होंने करीब एक टन के वजनी पत्थर छाती पर रखकर भी तुड़वाया। कार्यक्रम में आयोजक सत्यप्रकाश रेशू, यशस्वी गोयल, यशवीर शास्त्री, राजपाल, सूदर्शन, धर्मेंद्र बालियान आदि मौजूद रहे। संचालन राजवीर शास्त्री औ र सुषमा जखमोला ने किया। 

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