महापुरुषों के जीवन से अवगत कराना भावी पीढ़ी को लाभकारी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : स से संस्मरण साहित्य विधा पर चतुर्थ संगोष्ठी का आयोजन रविवा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Oct 2018 07:10 PM (IST) Updated:Sun, 21 Oct 2018 07:10 PM (IST)
महापुरुषों के जीवन से अवगत  कराना भावी पीढ़ी को लाभकारी
महापुरुषों के जीवन से अवगत कराना भावी पीढ़ी को लाभकारी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल :

स से संस्मरण साहित्य विधा पर चतुर्थ संगोष्ठी का आयोजन रविवार को जयदयाल अग्रवाल संस्कृत महाविद्यालय श्रीनगर में किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने महात्मा गांधी, टालस्ट्राय, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, लाल बहादुर शास्त्री, विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस, छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप आदि महापुरुषों के जीवन से संबंधित प्रेरक प्रसंगों को सुनाया।

जीवन ज्योति बहुद्देश्य समिति कीर्तिनगर की अध्यक्ष अंजना कंडारी ने बतौर मुख्य अतिथि संगोष्ठी का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में छात्र-छात्राओं के अंदर भारतीय संस्कृति और महापुरुषों के जीवन से जुड़ी घटनाओं से अवगत कराना सराहनीय पहल है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजक अखिलेश चंद्र चमोला के प्रयासों की भी सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य जगदीश प्रसाद सकलानी ने कहा कि भावी पीढ़ी के भविष्य को संवारने के लिए ऐसे प्रयास लाभकारी सिद्ध होंगे। कार्यक्रम आयोजक और राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक अखिलेश चंद्र चमोला ने कहा कि संस्मरण साहित्य विद्या से भावी पीढ़ी को परिचित कराना उनका प्रयास है। जिससे छात्र-छात्राएं अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर खुशहाल जीवन जी सके। सुनील फोंदणी, द्वारिका प्रसाद कपरुवाण, संगीता भट्ट, वीरेंद्र ¨सह रावत, प्रेमलता कालड़ा, गिरीश डिमरी, मुकेश पंत आदि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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