महिलाओं की प्रस्तुतियों में दिखी पहाड़ की संस्कृति

जागरण संवाददाता पौड़ी मुख्यालय पौड़ी से सटे पौड़ी गांव की महिलाएं लोक परंपरा के संरक्षण्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 08:12 PM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 06:18 AM (IST)
महिलाओं की प्रस्तुतियों में  दिखी पहाड़ की संस्कृति
महिलाओं की प्रस्तुतियों में दिखी पहाड़ की संस्कृति

जागरण संवाददाता, पौड़ी: मुख्यालय पौड़ी से सटे पौड़ी गांव की महिलाएं लोक परंपरा के संरक्षण में जुटी हुई है। बुधवार से महिलाओं ने थडि़या, चौफला, चांचरी की प्रस्तुतियों की शुरुआत की है। यह प्रस्तुतियां आगामी विखोत पर्व तक प्रतिदिन होंगी। गुरुवार से लोक प्रस्तुतियां प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के घर पर आंगन में होगी।

बुधवार को पौड़ी गांव के झालीमाली माता मंदिर में लोक परंपरा कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में जागृति समिति पौड़ी की महिलाओं ने कार्यक्रम की शुरुआत नै डाली पंय्या जामी की प्रस्तुति से की। इसके बाद उन्होंने बाजालो शंखा हे देवी च्वाल्पा, नंदू तेरु दादू कख जयू चाए धार मा, मेरी देवी मैं सौंजड्या से मिलाई दे की मोहक प्रस्तुतियां दी। जागृति समिति की अध्यक्ष कमला नेगी ने बताया कि पौड़ी गांव की महिलाएं लोक परंपरा के संरक्षण अभियान में वर्ष 2004 से अहम योगदान दे रही हैं। विखोत पर्व तक प्रतिदिन थडि़या, चौंफला, चांचरी, भजन-कीर्तन की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। लोक कलाकार विमला रावत, बसंती रौथाण, निर्मला रावत व सुलोचना देवी ने कहा कि पहाड़ की परंपराओं को नई पीढ़ी के हाथों सौंपने की दिशा में इस तरह के प्रयास होने सकारात्मक पहल हैं। प्रस्तुतियां देने वालों में भगवंती देवी, कुंती देवी, अनीता रावत, सावित्री देवी, देवेश्वरी देवी, उíमला रौथाण, पप्पू देवी, पवित्रा देवी, कांति देवी, सुलोचना रावत, गयाली देवी, कौशल्या, गीता रावत आदि मौजूद थे।

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