मवेशियों को लेने गई किशोरी पर गुलदार का हमला

जिला मुख्यालय पौड़ी से करीब पांच किमी दूर बुआखाल-रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे मांडाखाल में गुलदार ने एक किशोरी को घायल कर दिया। किशोरी मवेशियों को लेने जंगल गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 07:02 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 05:07 AM (IST)
मवेशियों को लेने गई किशोरी पर गुलदार का हमला
मवेशियों को लेने गई किशोरी पर गुलदार का हमला

संवाद सहयोगी, पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी से करीब पांच किमी दूर बुआखाल-रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे मांडाखाल में गुलदार ने एक किशोरी को घायल कर दिया। किशोरी मवेशियों को लेने जंगल गई थी। गुलदार के हमले में घायल किशोरी को स्वजन उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाए। जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल किशोरी को मेडिकल कालेज श्रीनगर रेफर कर दिया है।

शुक्रवार को मांडाखाल निवासी काजल पुत्री किरन सिंह रावत बुआ के साथ शाम करीब पांच बजे मवेशियों को वापस लेने गांव के समीप जंगल में गई। वह जंगल चुगने गए मवेशियों को घर लेने के लिए जंगल की ओर जा रही थी। जहां घात लगाए गुलदार ने काजल पर हमला कर दिया। बुआ के शोर-मचाने पर स्थानीय लोग भी जंगल की ओर भागे। इस बीच गुलदार काजल को छोड़कर भाग गया। तब तक काजल के गले व चेहरे पर काफी जख्म हो चुके थे। स्वजन व स्थानीय लोग गुलदार के हमले में घायल काजल को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पौड़ी लाए। जहां डाक्टरों ने उपचार के बाद काजल को मेडिकल कालेज श्रीनगर रेफर कर दिया। सामाजिक कार्यकत्र्ता हुकम सिंह कठैत ने बताया कि पुलिस व वन विभाग को गुलदार के हमले की सूचना दे दी गई है। कठैत ने वन विभाग से क्षेत्र को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए ठोस कमद उठाए जाने की मांग की। वन क्षेत्राधिकारी पौड़ी अनिल भट्ट ने बताया कि घटना की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गश्त किए जाने के साथ ही पिजरा भी जल्द लगाया जाएगा। 23 दिन में दूसरी घटना

पौड़ी: गुलदार के हमले की क्षेत्र में यह दूसरी घटना है। विगत एक अक्टूबर को खिर्सू ब्लॉक के ओखल्यूं गांव में गांव के पास मवेशी चुगाने गए एक 15 वर्षीय किशोर की गुलदार के हमले में मौत हो गई थी। हालांकि गुलदार अभी की गिरफ्त से बाहर है। ग्रामीण गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारे जाने की मांग कर रहे हैं।

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