पर्वतीय पर्व में छाया मणिपुर का ढोलचोलम

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद की ओर से श्रीनगर क

By Edited By: Publish:Sat, 11 Oct 2014 08:32 PM (IST) Updated:Sat, 11 Oct 2014 08:32 PM (IST)
पर्वतीय पर्व में छाया मणिपुर का ढोलचोलम

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल :

उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद की ओर से श्रीनगर के रामलीला मैदान में पर्वतीय पर्व के आयोजन पर विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों की ओर से लोक संस्कृति का प्रभावपूर्ण मंचन किया गया। मणिपुर के ढोलचोलम, स्टिक डांस, गुजरात के गरबा और डांडिया की धूम रही।

इसके साथ ही असम के बीहू का प्रस्तुतिकरण भी सराहा गया। उत्तराखंड के गूंजे लोकगीतों के साथ ही नंदा राजजात की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र बनी रही। कई सालों बाद उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद के उत्तराखंड प्रभारी मदनमोहन मणि की पहल पर फिर से शुरू हुए पर्वतीय पर्व पर उत्तराखंड, मणिपुर, गुजरात, असम और यूपी के लोक कलाकारों की ओर से आकर्षक लोक संस्कृति कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण श्रीनगर के रामलीला मैदान में किया गया। तलवारबाजी के करतब दिखाते हुए मणिपुर के कलाकारों ने मार्शल आर्ट का भी प्रदर्शन किया। एचगुना, मनदंग और उनके सहयोगी कलाकारों की ओर से मणिपुर के ढोलचोलम और स्टिक डांस की प्रस्तुति की गई। भावनगर की लोक कलाकार हिना पटेल और उनके साथी कलाकारों ने गुजरात के गरबा और डांडिया नृत्य का लोक लुभावन प्रस्तुतिकरण किया। पी शर्मा और उनके साथियों ने असम के बीहू नृत्य की प्रस्तुति दी। इलाहाबाद से आए गजल गायक विष्णु राजा की गजलें भी श्रोताओं को भाई। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने पर्वतीय पर्व आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

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