फाइलों में नियम, जमीन बदहाल

जागरण संवाददाता, कोटद्वार : 'जिस शहर के अंधे हों मुंतजिर जलवा-ए-गाह, उस शहर में रोशनी की बातें करन

By Edited By: Publish:Sun, 22 Nov 2015 01:00 AM (IST) Updated:Mon, 23 Nov 2015 09:46 AM (IST)
फाइलों में नियम, जमीन बदहाल

जागरण संवाददाता, कोटद्वार :

'जिस शहर के अंधे हों मुंतजिर जलवा-ए-गाह, उस शहर में रोशनी की बातें करना फिजूल है', किसी शायर की यह दो पंक्तियां कोटद्वार नगर पर पूरी तरह सटीक बैठती हैं। दरअसल, नगर की बदहाल व्यवस्थाओं को ढर्रे पर लाने के लिए कायदे-कानून तो तमाम बनते हैं, लेकिन क्रियान्वयन से पूर्व ही उन्हें सरकारी फाइलों में दफन कर दिया जाता है।

कोटद्वार की पहचान उस बेतरतीब शहर के रूप में होती है, जहां न तो सड़कों पर यातायात संचालन के कोई नियम हैं और न ही सड़क किनारे फुटपाथ नजर आते हैं। कहना गलत न होगा कि शहर की सड़कों पर पैदल सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं। व्यवस्थाओं को ढर्रे पर लाने के लिए प्रत्येक तीन-चार महीने में खानापूर्ति के नाम पर प्रशासन बैठक आयोजित कर नियम तो बनवा देता है, लेकिन बनाए गए नियमों के क्रियान्वयन की दिशा में शायद ही कभी कोई पहल की जाती हो।

यह बनाए गए हैं नियम

नगर की व्यवस्थाओं को ढर्रे पर लाने के लिए सड़क किनारे रेहड़ी/ठेली लगाने की अनुमति नहीं है। सड़क के दोनों ओर सफेद लाइनें खींची गई हैं, ताकि दोपहिया/चौपहिया वाहन इन लाइनों के भीतर खड़े किए जा सकें। शहर में सिर्फ लाइसेंसी रेहड़ी/ठेली वालों को ही व्यापार करने की अनुमति इस शर्त पर दी गई है कि वे अपने रेहड़ी/ठेली को लगातार यहां-वहां घुमाते रहेंगे। साथ ही नगर पालिका को प्रत्येक रेहड़ी/ठेली में लाइसेंस नंबर अंकित एक बिल्ला लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। नगर क्षेत्र में ट्रकों में लो¨डग/अनलो¨डग का समय नीयत है।

यह है जमीनी हकीकत

नगर क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग सहित तमाम सड़कों पर सड़क किनारे रेहड़ी/ठेलियां हर वक्त देखी जा सकती हैं। नगर पालिका ने नगर क्षेत्र में थोक के हिसाब से लाइसेंस तो बांटे हैं, लेकिन आज तक कई रेहड़ी/ठेली में लाइसेंस नंबर अंकित बिल्ला नहीं लगाया है। नतीजा, नगर में बगैर लाइसेंस रेहड़ी/ठेली वालों की भी बाढ़ रहती है। समय तय होने के बावजूद नगर में पूरे दिन लो¨डग/अनलो¨डग जारी रहती है।

यहां है कमियां

व्यवस्थाएं बदहाल करने में सबसे बड़ी भूमिका नगर पालिका की है। दरअसल, नगर पालिका ने नगर क्षेत्र में रेहड़ी/ठेली संचालकों से तहबाजारी वसूली का कार्य ठेके पर दिया है। ठेकेदार अधिक से अधिक तहबाजारी के चक्कर में बगैर लाइसेंस रेहड़ी/ठेली लगाने वालों से भी शुल्क वसूलता है व इसी रसीद के दम पर फल/सब्जी विक्रेता सीना ठोक सड़क पर रेहड़ी/ठेली लगाते हैं। पुलिस की ओर से भी सड़क किनारे लगने वाली रेहड़ी/ठेली का हटाने की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जाती।

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सड़कों पर अतिक्रमण किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पालिका/पुलिस को यातायात के लिए बनाए गए नियमों के अनुपालन को निर्देशित किया जाएगा। जीआर बिनवाल, उपजिलाधिकारी, कोटद्वार

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सड़क के दोनों ओर खींची लाइनों के भीतर पार्किंग सुनिश्चित करने की कवायद जल्द ही शुरू की जाएगी। यातायात में अवरोध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बचन ¨सह राणा, पुलिस क्षेत्राधिकारी, कोटद्वार

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रेहड़ी/ठेली के करीब 186 लाइसेंस जारी कर बिल्ले लगाए गए हैं। अवैध रूप से रेहड़ी/ठेली लगाने वालों की धरपकड़ की जाएगी।

रश्मि राणा, अध्यक्ष, नपा, कोटद्वार

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