न्यूरोथैरेपी असाध्य रोगों पर भी असरकारी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गोतीर्थाश्रम के सहयोग से शनिवार को काला रोड स्थित एक होटल में न्यूर

By Edited By: Publish:Sat, 07 Feb 2015 04:31 PM (IST) Updated:Sat, 07 Feb 2015 04:31 PM (IST)
न्यूरोथैरेपी असाध्य रोगों पर भी असरकारी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गोतीर्थाश्रम के सहयोग से शनिवार को काला रोड स्थित एक होटल में न्यूरोथैरेपी एवं पंचगव्य चिकित्सा केंद्र का शुभारंभ हुआ। शाश्वत धाम लक्ष्मोली के संस्थापक स्वामी अद्वैतानंद जी महाराज और उत्तराखंड गोसंव‌र्द्धन समिति के अध्यक्ष स्वामी विशुद्धानंद जी महाराज ने हवन पूजा कर संयुक्त रूप से इस केंद्र का उद्घाटन भी किया।

वक्ताओं ने कहा कि न्यूरोथैरेपी एक परम्परागत और कारगर पद्धति है। इससे शरीर में होने वाले असाध्य रोगों से भी मनुष्य मुक्ति पा सकता है। स्वामी अद्वैतानंद जी महाराज ने कहा कि न्यूरोथैरेपी एक तरह का शारीरिक व्यायाम है। प्रतिदिन दस मिनट तक इस व्यायाम को करने से मनुष्य के तन के साथ-साथ उसका चित और मन भी स्वस्थ रहता है। स्वामी विशुद्धानंद जी महाराज ने कहा कि पंचगव्य चिकित्सा केंद्र में केवल गौमूत्र से बनी प्राकृतिक दवाइयों से ही इलाज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोतीर्थाश्रम ने विभिन्न आयुर्वेदिक ग्रंथों तथा योगों पर अनुसंधान कर विभिन्न रोगों के लिए विशिष्ट योग प्रक्रियाएं तय की हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी साबित हो रही हैं। गोतीर्थाश्रम श्रीनगर के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि न्यूरोथैरेपी एक परम्परागत एवं कारगर चिकित्सा पद्धति है। इसके माध्यम से असाध्य रोगों से भी मुक्ति पाई जा सकती है। गोतीर्थाश्रम के सचिव डा. अरविंद दरमोड़ा, डा. मोहन पंवार, जगत सिंह चौधरी जंगली ने भी विचार व्यक्त किए। बैठक में अंशुल शर्मा, पंडित रमेश बहुगुणा, अवनीश सडाना, आरपी बड़थ्वाल, दर्शन सिंह भंडारी, भोपाल सिंह चौधरी, जयदेव सडाना आदि मौजूद थे।

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