हाथरस घटना के विरोध में महिला संगठनों ने हल्द्वानी में किया प्रदर्शन

हाथरस कांड के विरोध में गुस्सा जारी है। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के बैनर तले महिला संगठनों ने शुक्रवार को बुद्धपार्क में धरना दिया। पुरुष प्रधान मानसिकता व उपभोक्तावादी संस्कृति का पुतला दहन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हाथरस में हुई जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2020 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2020 08:22 PM (IST)
हाथरस घटना के विरोध में महिला संगठनों ने हल्द्वानी में किया प्रदर्शन
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के बैनर तले महिला संगठनों ने शुक्रवार को बुद्धपार्क में धरना दिया।

हल्द्वानी, जेएनएन : हाथरस कांड के विरोध में गुस्सा जारी है। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के बैनर तले महिला संगठनों ने शुक्रवार को बुद्धपार्क में धरना दिया। पुरुष प्रधान मानसिकता व उपभोक्तावादी संस्कृति का पुतला दहन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हाथरस में हुई जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है। घटना को अंजाम देने वाले गांव के ही दबंग लोग थे। महिलाओं के साथ बढ़ती हिंसा के लिए पितृ सत्तात्मक मूल्य मान्यताएं और उपभोक्तावादी संस्कृति जिम्मेदार है। जिसके कारण महिलाओं को समाज में बराबरी का अधिकार नहीं मिलता। इससे अपराधी युवतियों व महिलाओं के साथ जघन्य अपराध को अंजाम देते हैं। इसके लिए अश्लील फिल्में, गाने, विज्ञापन, सीरियल, पोर्न साइट भी जिम्मेदार हैं। रजनी जोशी ने कहा दो अक्टूबर के दिन रामपुर तिराहा में महिलाओं की अस्मिता को रौंदा गया। जिसके दोषियों को 26 साल बाद भी सजा नहीं मिली है। इस दौरान पछास और कार्लोस से जुड़ी महिलाएं शामिल रही।

chat bot
आपका साथी