महाराष्ट्र से बस में आए 26 प्रवासियों को देवीधुरा में क्वारंटाइन करने का ग्रामीणों ने किया विरोध

महाराष्ट्र से निजी बस से आए 26 प्रवासियों को चंपावत जिले के देवीधुरा डिग्री कॉलेज में क्वारंटाइन करने को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 11:51 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 11:51 AM (IST)
महाराष्ट्र से बस में आए 26 प्रवासियों को देवीधुरा में क्वारंटाइन करने का ग्रामीणों ने किया विरोध
महाराष्ट्र से बस में आए 26 प्रवासियों को देवीधुरा में क्वारंटाइन करने का ग्रामीणों ने किया विरोध

चम्पावत, जेएनएन : महाराष्ट्र से निजी बस से आए 26 प्रवासियों को चंपावत जिले के देवीधुरा डिग्री कॉलेज में क्वारंटाइन करने को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। दूसरे गांव यानी रीठा साहिब क्षेत्र के प्रवासियों को देवीधुरा में क्वारंटाइन करने से नाराज ग्रामीणों ने कन्वाड़ बैंड के पास सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। पुलिस ने बमुश्किल ग्रामीणों को समझा कर मामला शांत कराया। बताया जा रहा है कि इस दौरान वहां पर कुछ लोगों ने पथराव की कोशिश भी की। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए ग्रामीणों को मौके से हटा दिया था।

गुरुवार देर शाम पहुंचे प्रवासी

गुरुवार शाम महाराष्ट्र से आए 26 प्रवासियों को प्रशासन की देखरेख में बस से देवीधुरा कॉलेज ले जाया जा रहा था। प्रवासी रीठा साहिब क्षेत्र के हैं। इसकी सूचना मिलते ही कई ग्रामीण कन्वाड़ बैंड पहुंचकर बस के सामने बैठ गए। तमाम मिन्नतों के बाद भी वह ग्रामीण बस के आगे से नहीं उठे। सूचना मिलते ही पाटी थाने से एसओ नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। एसओ ने बताया कि ग्रामीणों को शांत करा लिया गया था। प्रवासियों को कॉलेज में क्वारंटाइन कर दिया गया है।

प्रवासियों में ही मिल रहे पॉजिटिव

चंपावत जिले में अब तक आठ कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं और सभी प्रवासी हैं। उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में आईसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। प्रवासियों में ही सर्वाधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने से लोगों में डर का माहौल है। हालांकि अब तक प्रवासियों के संपर्क में आने के कारण कोराेना के बेहद कम मामले सामले आए हैं। जो प्रवासी आ रहे हैं उनमें जरा भी लक्षण दिखने पर आइसोलेट कर इजाल किया जा रहा है। ऐसे में डरने की बजाय सतर्कता बरतने की जरूरत है। 

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