कोविड की शिकार हुईं आशाओं को दी श्रद्धांजलि, सरकार से मांग दस हजार मानदेय और दस लाख बीमा

कोरोना की दूसरी लहर में फ्रंटलाइन वर्कर्स बहुत सी आशा कार्यकर्ताओं की भी मौतें हुई। उन्हें श्रद्धांजलि और पीड़ित स्वजनों को सुरक्षा देने की मांग को लेकर हल्द्वानी महिला अस्पताल में आशा कार्यकर्ताओं ने ऑल इंडिया आशा कार्यकर्ता कोऑर्डिनेशन कमेटी के आह्वान पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 01:28 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 01:28 PM (IST)
कोविड की शिकार हुईं आशाओं को दी श्रद्धांजलि, सरकार से मांग दस हजार मानदेय और दस लाख बीमा
कोविड की शिकार हुईं आशाओं को दी श्रद्धांजलि, सरकार से मांग दस हजार मानदेय और दस लाख बीमा

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कोरोना की दूसरी लहर में फ्रंटलाइन वर्कर्स बहुत सी आशा कार्यकर्ताओं की भी मौतें हुई। उन्हें श्रद्धांजलि और पीड़ित स्वजनों को सुरक्षा देने की मांग को लेकर हल्द्वानी महिला अस्पताल में आशा कार्यकर्ताओं ने ऑल इंडिया आशा कार्यकर्ता कोऑर्डिनेशन कमेटी के आह्वान पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जला कर और मांग का पोस्टर लेकर महिला दो मिनट का मौन रखा।

प्रदर्शन के दौरान ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महामंत्री डॉ कैलाश पाण्डेय ने कहा कि आशा वर्कर जिन्हें सरकार कोरोना वारियर्स तो कहती है लेकिन उनके लिए कोई भी सुविधा उसने इस महामारी में नहीं दी। उन्हें अपने दम पर इलाज कराना पड़ा और मौत के बाद कोई मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने कहा सरकार पर मृतकों का आंकड़ा छुपाया है। सारकार ने वादे के मुताबिक कोरोना कार्य के दौरान जान गंवाने वाले वर्कर्स के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिए जाने का वादा किया था, वह भी नहीं किया गया।

रिंकी जोशी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान उनका मानदेय भी समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है उसने आशाओं का काम तो बेहद बढ़ा दिया है लेकिन उनको मानदेय के नाम पर मात्र दो हजार रुपया मासिक दिया जा रहा है और सुरक्षा की कोई गारंटी लेने को सरकार तैयार नहीं है। उन्होंने सभी आशाओं को 10 हजार रुपये मासिक कोरोना भत्ता और 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने की मांग की।

इस अवसर पर रीना बाला, सरोज रावत, अरशी, शहनाज, अंजना, पुष्पा जोशी, ममता रावत, रेशमा,नीमा शर्मा, भगवती बिष्ट,प्रीति रावत, मिथिलेश, लता तिवारी, किरन पलड़िया, कमलेश बोरा, चम्पा मेहरा, मंजू रंगवाल, तुलसी आर्य, तुलसी, छाया आर्य, गीता जोशी, रोशनी, लक्ष्मी, मुन्नी दुर्गापाल, माया टंडन, शांति जोशी, विमला शर्मा, गंगा तिवारी, कमला बिष्ट, चम्पा मंडोला, महिमा अरोड़ा, दया पाण्डे, कंचन अरोड़ा,आनंदी, रेखा उपाध्याय, पूनम भगत, मीनू चौहान, गीता देवी, विमला पांडे, गीता शर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता मोहन लाल आर्य मौजूद रहे।

नैनीताल में भी दिवंगत आशा कार्यकर्ताओं को दी श्रद्धांजलि

कोविड काल में फ्रंट लाइन में कार्य कर रही कई आशा कार्यकर्ताओं के दिवंगत होने पर संगठन की ओर से श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान संगठन से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जलाकर दो मिनट का मौन रख दिवंगत हुई हुई आशाओ को श्रद्धांजलि अर्पित की। मंगलवार को उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के नेतृत्व में तमाम आशा कार्यकर्ता तल्लीताल डांट पर एकत्रित हुई। उन्होंने कहां की आज उनका संगठन श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से दिवंगत हुई आशाओं को याद करने के साथ ही सरकार से उनके परिजनों को विभिन्न लाभ देने की मांग कर रही हैं। इस दौरान सुमन बिष्ट, कमला डालाकोटी, रमा कैड़ा, चंद्र सती बिमला ठठोला, सरिता कुरिया, हेमा बिष्ट आदि मौजूद रहे।

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