ऊधमसिंह नगर में किन्नर सपना पर फायर झोंकने वाले सहित तीन आरोपित दबोचे
गोली पेट में लगने से सपना किन्नर गंभीर रुप से घायल हो गई। उसे गंभीर हालत में रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गोली पेट में लगने के कारण सपना की आंते बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
जागरण संवाददाता, किच्छा : बरा में किन्नर सपना पर फायरिंग के तीन आरोपितों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही दबोच लिया। तीनों पुलिस से बचने के लिए भागने की फिराक में थे। पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश कर दिया, जहां कोर्ट के आदेश पर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सपना किन्नर पुत्र स्व. दत्तक मुख्तयार किन्नर निवासी देवरनिया मुडिया नवी बक्श जनपद बरेली उत्तर प्रदेश बरा में कमरा किराये पर लेकर रहती थी। शनिवार देर शाम आपसी प्रतिद्धंदिता के चलते सपना पर उस समय फायर झोंक जान से मारने का प्रयास किया जब वह खाना खाने की तैयारी कर रही थी। हमलावर उसे गोली मारने के बाद फरार हो गए थे। गोली पेट में लगने से सपना किन्नर गंभीर रुप से घायल हो गई। उसे गंभीर हालत में रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गोली पेट में लगने के कारण सपना की आंते बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थीं। घटना की सूचना पर सीओ ओमप्रकाश फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे।
रविवार को पुलिस ने सपना की तहरीर पर इशरत खां उर्फ पहलवान पुत्र मो. अली निवासी ग्राम मंडनपुर जनुवी थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश, किशनिया उर्फ कृष्णा पुत्र सीता राम निवासी तीन नंबर रोड सुभाष चौक शक्तिफार्म, लाल सिंह पुत्र भोला सिंह निवासी तीन नंबर रोड सुभाष चौक शक्तिफार्म थाना सितारगंज, छोटे निवासी गिरधरपुर थाना देवरनिया जनपद बरेली उत्तर प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस टीम हमले के बाद ही आरोपित की तलाश में जुट गई थी। एसओ विनोद जोशी की अगुवाई में पुलिस टीम ने सपना पर फायर झोंकने वाले इशरत उर्फ पहलवान के साथ ही शक्तिफार्म के दोनों किन्नरों किशनिया उर्फ कृष्णा व लाल सिंह को रविवार देर शाम बैगुल नदी पुल से बैगुल डाम को जाने मार्ग पर दबोच लिया।
ये रहे टीम में शामिल
पुलिस टीम में एसओ विनोद जोशी के साथ ही बरा चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र भट्ट, एसआई बसंत बल्लभ पंत, का. ललित कुमार, मनमोहन सिंह, इंद्र प्रकाश शामिल थे।
बैगुल नदी में फेंका तमंचा
सपना पर फायर झोंकने वाले इशरत खां उर्फ पहलवान ने घटना के बाद तमंचा बैगुल नदी में फेंक दिया। पकड़े जाने पर पूछताछ में तमंचा फेंकने की बात बताने पर पुलिस ने नदी में तमंचे की तालाश करवाई, लेकिन नदी में पानी अधिक होने के कारण तमंचा बरामद नहीं हो पाया।