छह साल की आहना ने बांसुरी की धुन से मोहा

सुप्रसिद्ध ध्रुपद गायक पं. चंद्रशेखर पंत की जयंती पर आयोजित समारोह में छह साल की आहना ने बांसुरी की धुन से श्रोताओं का मन मोह लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Nov 2019 04:04 AM (IST) Updated:Thu, 28 Nov 2019 04:04 AM (IST)
छह साल की आहना ने बांसुरी की धुन से मोहा
छह साल की आहना ने बांसुरी की धुन से मोहा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सुप्रसिद्ध ध्रुपद गायक पं. चंद्रशेखर पंत की जयंती पर आयोजित समारोह में छह साल की आहना ने बांसुरी की धुन से श्रोताओं का मन मोह लिया। आठ साल के युग जोशी ने तबले की संगत से वाहवाही बटोरी।

स्वर संगत संगीत संस्थान हीरानगर की ओर से आयोजित समारोह में आहना सचदेवा ने राग यमन की प्रस्तुति दी। प्रियांश, गरिमा, प्रियल, ख्वाहिशा व रिद्धि ने राग भूपाली में आलाप, मध्य लय एवं द्रुत लय की रचनाएं पेश की। लखनऊ घराने के तबला वादक डॉ. मुकेश चंद्र पंत के शिष्य नीरज जोशी व लोकेश जोशी ने तीन ताल की प्रस्तुति दी। स्वर्णिमा, कामाक्षा, ज्योति, रश्मि ने राग शंकरा में ध्रुपद गायन की प्रस्तुति से मोहा। इससे पहले महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रबंधक एमएस बोरा, व्यापारी नेता नवीन चंद्र वर्मा ने आयोजन का शुभारंभ करने के साथ स्वर संगम के प्रयासों की सराहना की। संस्थान निदेशक आचार्य हरीश चंद्र पंत, दिनेश चंद्र पंत, सचिव विनीता पांडे, अमित जोशी आदि मौजूद रहे। 29 से सजेगी शास्त्रीय संगीत की महफिल

पं. चंद्रशेखर पंत की स्मृति में तीन दिवसीय ध्रुपद खयाल पर्व 29 नवंबर से एक दिसंबर तक जीजीआइसी कालाढूंगी रोड पर होगा। पं. चंद्रशेखर पंत देवभूमि शास्त्रीय संगीत मंच की ओर से आयोजित उत्सव में अतिथि कलाकारों की प्रस्तुति के अलावा बाल, किशोर एवं युवा वर्ग की शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता होगी। बुधवार को पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम संयोजक ओपी पांडे ने बताया इस बार आसाम के शास्त्रीय गायक पं. प्रज्ञान बरुआ, तबला वादक पं. पवन बरदलोई, वायलिन वादक पं. द्विपेंद्र शर्मा, उत्तर प्रदेश के खयाल गायक पं. अवधेश गोस्वामी, उत्तराखंड के सितार वादक भाष्कर कापड़ी, खयाल गायक पंकज आर्य प्रस्तुति देंगे। संस्था ने आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है।

chat bot
आपका साथी