रानीबाग पुल की सड़क भरभरा कर खाई में समाई, वाहनों का आवागमन रोका गया

हल्‍द्वानी-भीमताल रोड पर रानीबाग में पुराने ब्रिज की रिटेनिंग वाल दीवार भरभरा कर गिर जाने के कारण संकट खड़ा हो गया है। पुल की रिटेनिंग वाल की दीवार रविवार देर को भारी बारिश के कारण सोमवार तड़के गिरी है। जिसके बाद ब्रिज पर आवागमन रुक गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 09:56 AM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 10:33 AM (IST)
रानीबाग पुल की सड़क भरभरा कर खाई में समाई, वाहनों का आवागमन रोका गया
रानीबाग पुल की दीवार भरभरा कर गिरी, वाया भवाली-भूमियाधार वाहनों को निकाला जा रहा

भीमताल, संवाद सूत्र : जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बरसात और वाहनों के आवागमन के दबाव के बीच भीमताल रोड स्थित रानीबाग पुल की सड़क क्षतिग्रस्त होकर खाई में समा गई। जिससे वाहनों के आवागमन से दुर्घटना की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने सड़क पर आवागमन रोक दिया है और आने वाले सभी वाहनों को ज्योलीकोट की तरफ डायवर्ट किया जा रहा है।

भीमताल रोड पर पर्यटकों की भारी भीड़ के चलते वाहनों की संख्या अधिक हो गई थी। ऐसे में सड़क पर दोनों तरफ से दबाव ज्यादा बढ़ गया था। जबकि भीमताल पुल पहले से ही कमजोर माना जा रहा है। जिसके बगल में निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। इसी के चलते बारिश के बीच सोमवार की रात में ही पुल का हिस्सा टूटकर खाई की तरफ धंस गया है। जिससे मौके पर वाहनों के लिए गंभीर खतरा बन गया है। जिला प्रशासन ने मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत एक्शन लिया और मौके पर जाकर वाहनों को जाने से रोका गया।

काठगोदाम थाना अध्यक्ष विमल मिश्र ने बताया कि लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत भीमताल रोड पर रानी बाग पुल के पास आवागमन रोक दिया गया है और आने वाले सभी वाहनों को ज्योलीकोट की तरफ डायवर्ट किया जा रहा है। जिसमें टूटी हुई सड़क व पुल का निर्माण कार्य पूरा होने तक यही स्थिति बनी रहेगी। वहीं सड़क व पुल के नीचे से बनाए जा रहे बेस के पूर्ण होने के बाद सड़क को ठीक किया जा सकेगा। जिसमें अभी कुछ दिन का समय लग सकता है। जिसमें यदि बरसात होती रही तो कार्य करना मुश्किल हो जाएगा। फिलहाल तब तक स्थानीय स्तर पर प्रशासन को स्थित नियंत्रण में रखनी होगी।

ज्योलिकोट से दोगुनी दूरी

नैनीताल आने वाली पर्यटक बड़ी संख्या में भीमताल भी जा रहे थे। जिन्हें अब रास्ता डाइवर्ट होने पर ज्योलीकोट की तरफ से भेजा जा रहा है। ऐसे में काठगोदाम से भीमताल की दूरी करीब 20 किलोमीटर थी जो कि ज्योलीकोट व भवाली से होकर करीब 45 किलोमीटर का रास्ता तय करना होगा। इस तरह पर्यटकों को दोगुने से ज्यादा दूरी का रास्ता तय करना पड़ेगा। मालूम हो कि रानीबाग पुल के ठीक बगल में करीब आठ करोड़ रुपए की लागत से डबल लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल पुराने पुल से वाहनों की आवाजाही जारी है। पुल की दीवार खतरे की जद में आ जाने के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में आवाजाही प्रभावित हुई है ।

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