सुदूर इलाकों में पोस्टमैन और ग्रमीण डाक सेवक बेचेंगे इंश्योरेंस पॉलिसी nainital news

डाकिया व ग्रामीण डाक सेवक अब तक आपके लिए सिर्फ डाक लेकर घर के दरवाजे तक पहुंचते थे। अब ये इंश्योरेंस पॉलिसी बेचते हुए भी नजर आएंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 11:47 AM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 11:47 AM (IST)
सुदूर इलाकों में पोस्टमैन और ग्रमीण डाक सेवक बेचेंगे इंश्योरेंस पॉलिसी nainital news
सुदूर इलाकों में पोस्टमैन और ग्रमीण डाक सेवक बेचेंगे इंश्योरेंस पॉलिसी nainital news

हल्द्वानी, जेएनएन : डाकिया व ग्रामीण डाक सेवक अब तक आपके लिए सिर्फ डाक लेकर घर के दरवाजे तक पहुंचते थे। अब ये इंश्योरेंस पॉलिसी बेचते हुए भी नजर आएंगे। बीमा विनियामक विकास प्राधिकरण (इरडा) ने इंश्योरेंस सुविधा को दूरस्थ इलाकों तक पहुंचाने के लिए यह पहल की है। इरडा की गाइडलाइन के अनुसार डाक विभाग के पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवक को प्वॉइंट ऑफ सेल्स पर्सन (पीओएस) के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इनकी नियुक्ति इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक द्वारा की जाएगी।

कई कंपनियों के उत्पाद बेच सकता है आइपीपीबी

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) से डाक विभाग के डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों को प्वॉइंट ऑफ सेल्सपर्सन के तौर पर काम करने के लिए इरडा अनुमति मांग सकता है। अनुमति मिलने के बाद इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक और डाक विभाग के बीच व्यवस्था की जानकारी इरडा को दी जाएगी। इसके साथ ही आइपीपीबी डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों द्वारा इंश्योरेंस बेचने के लिए कितनी भी बीमा कंपनियों के साथ जुड़ सकता है।

ये पॉलिसियां बेच सकेंगे

वाहन बीमा, यात्रा बीमा, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, टर्म बीमा आदि में कागजी कार्यवाही कम ही होती है। प्रॉस्पेक्टस में मिली जानकारी के आधार पर सिस्टम द्वारा स्वत: ही बीमा पॉलिसी जारी कर दी जाती है और ऐसी पॉलिसी के लिए प्रशिक्षण और परीक्षा की भी जरूरत कम पड़ती है।

दिया जाएगा प्रशिक्षण

बीमा धारकों की सुरक्षा के लिए सभी पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवकों को जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा। नियमानुसार सभी पीओएस की केवाईसी की जाएगी। इसके साथ ही पॉलिसी बेचने वाले पोस्टमैन-ग्रामीण डाक सेवकों की पहचान के लिए भी एक सिस्टम बनाया जाएगा।

प्रशिक्षण और प्रमाणन आइपीपीबी की जिम्मेदारी

डाकियों और डाक सेवकों के प्रशिक्षण और प्रमाणन के लिए आइपीपीबी जवाबदेह होगा। आइपीपीबी को इस काम के लिए डाकियों और डाक सेवकों की पहचान की एक व्यवस्था भी विकसित करनी होगी।

प्रस्‍ताव अभी प्रॉसेस में

सौरभ सागर, आइपीपीबी एरिया मैनेजर नैनीताल ने बताया कि इस सेवा के लिए इरडा ने प्रस्ताव भेजा है। जो अभी प्रॉसेस में है। सभी चीजें सही रहने पर हमें उम्मीद है कि सेवा जल्द से जल्द चालू कर दी जाएगी।

यह भी पढ़ें : 102 वर्ष की आयु में वीर चक्र विजेता बुद्ध सिंह का निधन, 1958 में हो गए थे रिटायर्ड

यह भी पढ़ें : कैनवास पर पहाड़ की पीड़ा उकेर कर उत्‍तराखंडियों से घरों की ओर लौटने की अपील कर रहे वि‍वेक

chat bot
आपका साथी