Corbett National Park में जंगल सफारी करने की चाहत रखने वाले पर्यटकों के लिए अच्‍छी खबर, पढ़ें खबर

Corbett National Park में जंगल सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों के पास अब एक और जोन में घूमने का विकल्‍प होगा। तराई पश्चिमी वन प्रभाग भी पहली बार पर्यटकों के लिए एक नवंबर से फाटो पर्यटन जोन (Phato Zone) खोलने जा रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 10:58 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 10:58 AM (IST)
Corbett National Park में जंगल सफारी करने की चाहत रखने वाले पर्यटकों के लिए अच्‍छी खबर, पढ़ें खबर
Corbett National Park में जंगल सफारी करने की चाहत रखने वाले पर्यटकों के लिए अच्‍छी खबर, पढ़ें खबर

जागरण संवाददाता, रामनगर : Corbett National Park में जंगल सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों के पास अब एक और जोन में घूमने का विकल्‍प होगा। तराई पश्चिमी वन प्रभाग भी पहली बार पर्यटकों के लिए एक नवंबर से फाटो पर्यटन जोन (Phato Zone) खोलने जा रहा है। रामनगर से संचालित होने वाला यह दसवां पर्यटन जोन होगा। इस जोन के खुलने से कार्बेट पार्क व सीतावनी जोन में पर्यटकों का दबाव कुछ कम हो जाएगा।

फाटो पर्यटन जोन में मिश्रित घने वनों के अलावा यहां बाघ, गुलदार, हाथी, चीतल, सरीसृप, पक्षियों की तमाम प्रजाति मौजूद है। रामनगर से यह जोन 23 किलोमीटर दूर है। मालधन के मोहननगर गूजर झाला में इसका प्रवेश द्वार बनाया गया है। जंगल में 18 किलोमीटर में पर्यटक जिप्सी सफारी कर सकेंगे। पिछले दस साल से इस क्षेत्र को पर्यटन जोन के रूप में विकसित करने की तैयारी हो रही थी। ब्रिटिशकालीन बंगले का सुंदरीकरण करने के बाद अब फाटो पर्यटन जोन को अंतिम रूप दिया गया है।

दो सौ अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार

नया जोन खुलने से लोगों को रोजगार भी मिलेगा। रामनगर व मालधन के दो सौ जिप्सी मालिक व चालकों को सीधे रोजगार मिलेगा। जोन खुलने से ग्रामीण अपने क्षेत्र में पर्यटकों की खरीदारी के लिए दुकान भी खोलेंगे।

ट्री हाऊस में ठहर सकेंगे पर्यटक

भले ही अभी इस जोन में डे सफारी होगी। लेकिन भविष्य में यह जोन नाइट स्टे के लिहाज से बेहद खास होगा। उत्तराखंड में पहली बार रामनगर के फाटो पर्यटन जोन में पर्यटक ट्री हाऊस में रहने का आनंद उठा सकेंगे। इन दिनों फाटो जोन में अभी एक ट्री हाऊस बनाया जा रहा है। यानी ऊंचे पेड़ पर बने कमरे में पर्यटक ठहर सकेंगे। फाटो पर्यटन जोन के रेंजर देवेंद्र रजवार बताते है कि एक ट्री हाऊस के अलावा ब्रिटिशकालीन वन चौकी में नाइट स्टे के लिए चार कमरे बनाने की योजना है। इसके अलावा 109 साल पुराने रेस्ट हाऊस में भी दो कमरे बनाए गए हैं।

कार्बेट की तर्ज पर होगा शुल्क

विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी ने बताया कि बीते दिनों बैठक हुई। जिसमें कार्बेट पार्क की तर्ज पर ही छह लोगों से जिप्सी सफारी का एक हजार रुपये लिए जाने व सुबह शाम सफारी के लिए 40-40 जिप्सी को अनुमति देने का निर्णय हुआ। शुरूआत में सफारी के लिए बुकिंग ऑफलाइन होगी। बता दें कि कार्बेट पार्क के पर्यटन जोन में फिललहाल ढिकाला, बिजरानी, ढेला, झिरना, पाखरो, दुर्गादेवी, गिरिजा, वतनवासा और रामनगर वन प्रभाग के सीतावनी पर्यटन जोन में पर्यटकों को जंगल सफारी कराई जाती है।

दो सौ जिप्‍सी संचालकों को मिलेगा रोजगार

तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ बीएस शाही ने बताया कि जंगल सफारी के लिए जिप्सियों के पंजीकरण की कार्रवाई चल रही है। पंजीकरण से संबंधित नियम व जानकारी विभागीय कार्यालय में उपलब्ध कराई जाएगी। नये जोन से विभाग को राजस्व व स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। नया जोन खुलने से दो सौ जिप्सी मालिक व चालकों को रोजगार मिल सकेगा। पर्यटकों की अच्छी संख्या होने पर फाटो में नाइट स्टे की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी।

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