चम्पावत में नदियों के क‍िनारे सैर सपाटा करते नजर आएंगे लोग, प्रशासन ने तैयार क‍िया प्‍लान

प्रशासन की पहल रंग लाई तो चम्पावत जिले की नदियों के किनारे पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए वॉक वे विथ रिवर शीघ्र अस्तित्व में आ जाएंगें। रूट निर्माण के लिए बकायदा नदियों का भी चयन कर लिया गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 04:34 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 04:34 PM (IST)
चम्पावत में नदियों के क‍िनारे सैर सपाटा करते नजर आएंगे लोग, प्रशासन ने तैयार क‍िया प्‍लान
चम्पावत में नदियों के क‍िनारे सैर सपाटा करते नजर आएंगे लोग।

चम्पावत, जेएनएन: प्रशासन की पहल रंग लाई तो चम्पावत जिले की नदियों के किनारे पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए वॉक वे विथ रिवर शीघ्र अस्तित्व में आ जाएंगें। रूट निर्माण के लिए बकायदा नदियों का भी चयन कर लिया गया है। डीएम एसएस पांडे ने अनोखी पहल करते हुए सिंचाई विभाग को सर्वे कर डीपीआर तैयार कर तीन माह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए गए हैं।

जिले में पर्यटन सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन जहां पूर्व में पर्यटन सर्किट बनाने के लिए दो ट्रेल के निर्माण के लिए शासन में प्रस्ताव भेज चुका है। जिस पर शासन ने भी हरी झंडी दे दी है। वहीं अब प्रशास पर्यटकों व आम लोगों के लिए वॉक वे रूट तैयार करने में जुट गया है। यह वॉक वे रूट भी नदी किनारे बनेगा। जिससे लोग वॉक करने के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद उठा सकेंगे। इसके निर्माण के लिए कवायद शुरू हो गई है। लोहाघाट के कोलीढ़ेक झील के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ किमी यानि कुल तीन किमी और चम्पावत में गंडक नदी और ढ़कना गाढ़ के किनारे डिप्टेश्वर तक लगभग चार किम वॉक वे विथ रिवर का निर्माण किया जाएगा। इन रूटों में टॉयल्स लगाने के साथ दोनों और फूल और पौधों की क्यारियां बनाई जाएंगी ताकि ईवनिंग वॉक और मार्निंग वॉक का पूरा फायदा लोगों को मिल सके। यही नहीं रूटों के आस-पास हट और व्यायामशालाओं का भी निर्माण किया जाएगा। जिलाधिकारी एसएन पाण्डे ने इसके लिए सिंचाई विभाग को सर्वे कर डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। विभाग को तीन माह के भीतर सर्वे रिपोर्ट डीएम को सौंपनी होंगी।

रूटों को जोड़ा जाएगा पर्यटन सर्किट से

वॉक वे विथ रिवर को पर्यटन सर्किट से जोड़ा जाएगा। पर्यटन विभाग की ओर से जिले में कार्बेट ट्रेल और विवेकानंद ट्रेल सर्किट निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। सर्किट निर्माण की स्वीकृति के बाद इन रूटों को भी उसमें शामिल किया जाएगा ताकि यहां आने वाले पर्यटक सुबह और शाम नदियों के किनारे घूमकर प्रकृति का आनंद उठा सकें।

नदियों के किनारे वॉक वे विथ रिवर का निर्माण के पीछे वॉकिंग करने वालों को अच्छी आबोहवा देने के साथ उन्हें प्रकृति के साथ जोडऩा भी है। सिंचाई विभाग को लोहाघाट और चम्पावत में सर्वे कर डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। डीपीआर के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -एसएन पांडे, जिलाधिकारी चम्पावत

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