उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : जानिए उत्तराखंड क्रांति दल ने नैनीताल सीट पर किसे घोषित किया उम्मीदवार

उत्तराखण्ड चुनाव 2022 उत्तराखंड क्रांति दल ने नैनीताल सीट से प्रत्याशी उतार दिया है। सुभाष 2008 से 2014 तक प्रधान रहे फिर महिला आरक्षित सीट होने पर उनकी पत्नी ने जीत दर्ज की। 2019 में वह फिर सेे निर्विरोध प्रधान चुने गए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 09:27 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 09:27 AM (IST)
उत्तराखण्ड चुनाव 2022 :  जानिए उत्तराखंड क्रांति दल ने नैनीताल सीट पर किसे घोषित किया उम्मीदवार
उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : उत्तराखंड क्रांति दल ने नैनीताल सीट से प्रत्याशी उतार दिया है।

जागरण संवादाता , नैनीताल : उत्तराखंड क्रांति दल ने नैनीताल सीट से प्रत्याशी उतार दिया है। दल ने खुर्पाताल क्षेत्र की ग्रामव पंचायत गहलना के ग्राम प्रधान ओमप्रकाश उर्फ सुभाष चंद्र को प्रत्याशी बनाकर पंचायत प्रतिनिधियों के भरोसे जीत की पटकथा लिखी है।

डीएसबी परिसर से स्नातक सुभाष कि पिता राधे लाल समाजसेवी रहे। सुभाष 2008 से 2014 तक प्रधान रहे, फिर महिला आरक्षित सीट होने पर उनकी पत्नी ने जीत दर्ज की। 2019 में वह फिर सेे निर्विरोध प्रधान चुने गए। उनके ताऊ चनर राम भी 45 साल तक प्रधान रहे। सुभाष 2012 से 2017 तक जीआइसी मंगोली के शिक्षक अभिभावक संघ अध्यक्ष रहे। मंगोली रामलीला कमेटी के सक्रिय सदस्य के साथ पिछले आठ साल से हनुमान का अभिनय भी करते आ रहे हैं। पूर्व विधायक एनएस जंतवाल के अनुसार पार्टी ने साफ सुथरे व्यक्ति को मैदान में उतारा है।

कर्मचारी वोट बैंक पर उक्रांद का प्रभाव

नैनीताल शहर में कर्मचारियों के वोट बैंक पर उक्रांद का प्रभाव माना जाता है। कर्मचारियों के वोट बैंक के भरोसे दल के प्रत्याशी श्यामनारायण पालिकाध्यक्ष बने। 2002 में राज्य बनने के बाद पहले विधानसभा चुनाव में उक्रांद नेता डा. एनएस जंतवाल ने जीत दर्ज की, जबकि 2007 के चुनाव में जंतवाल दूसरे नंबर पर रहे। 2017 के विधानसभा चुनाव में उक्रांद ने नैनीताल सीट से प्रत्याशी नहीं उतारा। खुर्पाताल क्षेत्र से दल का प्रत्याशी होने के बाद भाजपा, कांग्रेस को इस क्षेत्र में मत प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।

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