बागेश्वर से उत्तरप्रदेश के 102 यात्री पहुचेंगे अपने घर, सभी का किया जा रहा स्वास्थ्य परीक्षण

बागेश्वर जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर और रामपुर जिले के लोगों को उनके घर पहुंचाने का अभियान चलाया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 17 May 2020 11:19 AM (IST) Updated:Sun, 17 May 2020 11:19 AM (IST)
बागेश्वर से उत्तरप्रदेश के 102 यात्री पहुचेंगे अपने घर, सभी का किया जा रहा स्वास्थ्य परीक्षण
बागेश्वर से उत्तरप्रदेश के 102 यात्री पहुचेंगे अपने घर, सभी का किया जा रहा स्वास्थ्य परीक्षण

बागेश्वर, जेएनएन : बागेश्वर जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर और रामपुर जिले के लोगों को उनके घर पहुंचाने का अभियान चलाया। डिग्री कॉलेज में बिजनौर व रामपुर जाने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। कुल 102 लोगों ने आवेदन किया था। जिनमें से अभी तक केवल 50 लोग पहुंचे हैं। प्रशासन के लोग अन्य जाने वाले लोगों का इंतजार कर रहे हैं। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उत्तर प्रदेश की सीमा जसपुर तक भेजा जाएगा। यह सब सरकारी कोष से किया जाएगा। जसपुर के बाद उत्तर प्रदेश सरकार इन यात्रियों को उनके घरों तक सुरक्षित तरीके से पहुंचाने का अभियान चलाएगी। एआरटीओ निखिल ने बताएगी सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।

मजदूरों को ट्रेन से भेजने की योजना बना रही सरकार  

उत्तराखंड सरकार बिहार के मजदूरों को उनके घर भेजने की योजना बना रही है। यदि कुमाऊं मंडल के सभी जिलों से 1200 से अधिक मजदूर घर लौटने के लिए आवेदन करते हैं तो उनके लिए पेड ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी। शासन से जारी एडवाइजरी के बाद सभी जिलों डीएम ने तहसीलों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि संकट की इस घड़ी में मजदूरों से टिकट का पैसा लेने की बात लोगों को अखर रही है। लोगों का कहना है कि किराया या तो राज्य सरकारें दें या फिर केन्द्र सरकार वहन करे। 

सामजिक संस्थाएं कर रही हैं मदद 

कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए तीसरे लॉकडाउन की अवधि आज खत्म हो रही है। ऐसे में लंबे समय से उत्तराखंड में फंसे मजदूरों के पास बची-खुची रकम खत्म हो गई है। उनके सामने रोजी रोटी का संकट हो गया है। सामाजिक संस्थाओं और प्रशासन के सहयोग से उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के साथ राशन किट दिया जा रहा है। ऐसे में अब वे काम करने की बजाए अपने घर लौटना चाहते हैं।

शासन से जिलाधिकारियों को मिली एडवाइजरी

सरकार लौटने की इच्छा रखने वाले मजदूरों के वापसी की योजना बना रही है। अब उनकी घर वापसी का समय आ गया है। सरकार ने कुमाऊं के बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा आदि जिलों में काम करने वाले बिहार के मजदूरों की घर वापसी का रास्ता खोल दिया है। शासन से प्राप्त एडवाइजरी के अनुसार डीएम भी सक्रिय हो गए है।

1200 से लेकर अधिक मजदूरों को करना होग आवेदन 

एडवाजरी के अनुसार घर वापसी का सपना संजोए बैठे मजदूरों को आवेदन करना है। कुमाऊं परिक्षेत्र से यदि 1200 से लेकर 1500 तक मजदूरों ने घर जाने के लिए आवेदन किया तो उनके लिए काठगोदाम से स्पेशल ट्रेन लगाई जा सकती है। रंजना राजगुरु डीएम, बागेश्वर ने बताया कि सरकार बिहार के मजदूरों की घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन लगाएगी। यदि कुमाऊं में 1200-1500 के बीज मजदूर आवेदन करते हैं तो उनके लिए पेड ट्रेन चलाई जाएगी।

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