उत्‍तराखंड से कि‍सी भी समय हो सकती है मानसून की विदाई, दस जिलों में इस बार सामान्य से कम बारिश

मौसम में बदलाव आ गया है। रविवार से कुमाऊं के अधिकांश जिलों में धूप खिली रही। बूंदाबांदी या छिटपुट बारिश को छोड़ दिया जाए तो उत्तराखंड में आगे तेज बारिश की संभावना कम है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 07:29 AM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 07:29 AM (IST)
उत्‍तराखंड से कि‍सी भी समय हो सकती है मानसून की विदाई, दस जिलों में इस बार सामान्य से कम बारिश
उत्‍तराखंड से कि‍सी भी समय हो सकती है मानसून की विदाई, दस जिलों में इस बार सामान्य से कम बारिश

हल्द्वानी, गणेश पांडे : मौसम में बदलाव आ गया है। रविवार से कुमाऊं के अधिकांश जिलों में धूप खिली रही। बूंदाबांदी या छिटपुट बारिश को छोड़ दिया जाए तो उत्तराखंड में आगे तेज बारिश की संभावना कम है। मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों भीतर उत्तर पश्चिम भारत से मानसून की वापसी की संभावना व्यक्त की है। इस दौरान 23 व 24 सितंबर को कुछ जगह हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।

दक्षिण-पश्चिम मानसून का समय एक जून से 30 सितंबर तक रहता है। उत्तराखंड में आमतौर पर 20 सितंबर के बाद मानसून की विदाई शुरू हो जाती है। उत्तराखंड में पिछले नौ सालों में सात बार मानसून 24 सितंबर या उससे पहले लौटा है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस बार भी मानसून की विदाई 24 से 25 सितंबर के आसपास होने की संभावना है।

दस जिलों में सामान्य से कम बारिश

उत्तराखंड में इस बार सामान्य से 18 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जिलों की लिहाज से देखें तो प्रदेश के दस जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई। हालांकि सामान्य से 19 प्रतिशत कम या अधिक बारिश को मौसम विभाग सामान्य की श्रेणी में रखता है।

चम्पावत में आधी, बागेश्वर में डेढ़ गुना ज्यादा बारिश

कुमाऊं के दो जिलों में सामान्य से अधिक व चार में सामान्य से कम बारिश हुई है। बागेश्वर पर मानसून मेहरबान रहा। यहां सामान्य से 142 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। नैनीताल में सामान्य से 34 प्रतिशत तो अल्मोड़ा में 26 प्रतिशत कम बारिश हुई। पिथौरागढ़ व ऊधमसिंह नगर में सामान्य के करीब बारिश हुई।

कुमाऊं में जिलेेवार मानसूनी बारिश (मिमी में)

जिला               वास्तविक बारिश    सामान्य बारिश

अल्मोड़ा           594                       800

बागेश्वर            1936                      800

नैनीताल           904                       1368

चम्पावत           604                       1276

पिथौरागढ़        1518                    1493

यूएसनगर         990                       1028

(नोट : आंकड़ा एक जून से 20 सितंबर तक का है। स्रोत भारत मौसम विज्ञान विभाग)

वर्षवार मानसून विदाई की तिथि

2011-17 सितंबर, 2012-19 सितंबर, 2013-30 सितंबर, 2014-21 सितंबर, 2015-23 सितंबर, 2016-22 सितंबर, 2017-24 सितंबर, 2018-25 सितंबर, 2019-22 सितंबर। (जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर के मुताबिक)। वहीं डॉ. आनंद शर्मा, उप महानिदेशक भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले दो सप्ताह में उत्तराखंड समेत अन्य उत्तरी राज्यों में बारिश कम रहने वाली है। उत्तर पश्चिमी राज्यों से 24 सितंबर के आसपास मानसून की विदाई शुरू होने की संभावना है।

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