चैंपियन के बाद अब रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल बने भाजपा के सिरदर्द

रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल किच्छा के पास बने टोल प्लाजा पर तोडफ़ोड़ कर उसकी मुसीबत बढ़ा रहे थे। ठुकराल इससे पूर्व भी विवादों में रह चुके हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 24 Jun 2019 09:26 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jun 2019 10:03 AM (IST)
चैंपियन के बाद अब रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल बने भाजपा के सिरदर्द
चैंपियन के बाद अब रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल बने भाजपा के सिरदर्द

हल्द्वानी, आशुतोष सिंह : भाजपा शनिवार को एक तरफ जहां विवादित बयान देकर पार्टी के लिए सिरदर्द बने विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर अन्य नेताओं को अनुशासित रहने का कड़ा संदेश दे रही थी, वहीं दूसरी तरफ रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल किच्छा के पास बने टोल प्लाजा पर तोडफ़ोड़ कर उसकी मुसीबत बढ़ा रहे थे। ठुकराल इससे पूर्व भी मुस्लिम विरोधी बयानों, थाने में अभियुक्त पर हाथ उठाकर और महिलाओं की पिटाई कर अपनी पार्टी और सरकार की किरकिरी करा चुके हैं। यह और बात है कि उनके मामले में पार्टी सिर्फ कारण बताओ नोटिस तक ही सीमित रही है। 

कुछ माह पूर्व रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक महिला की पिटाई करते दिख रहे थे। उस मामले में तत्कालीन एसएसपी सदानंद दाते ने उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था। हालांकि बाद में पीडि़त पक्ष ने दबाव में आकर मुकदमा वापस ले लिया था। उस मामले में विपक्ष ने जब मुद्दा बनाया तो पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को  विधायक से स्पष्टीकरण मांगकर मामले का पटाक्षेप करना पड़ा। उसके बाद उन्होंने ऊधमसिंह नगर पुलिस पर वसूली का आरोप लगाकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए। इस मामले में भी पार्टी या सरकार ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी, हालांकि तत्कालीन एसएसपी दाते इस मामले में सामने आ गए और उन्होंने मीडिया के माध्यम से विधायक से इसके सुबूत मांग लिए। एसएसपी ने कहा कि यदि विधायक पुलिस पर लगाए गए वसूली के आरोप का सुबूत नहीं देंगे तो वह उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे। हालांकि बाद में एक प्रशासनिक अधिकारी ने मध्यस्थता कर मामले का पटाक्षेप कराया। इस मामले में भी पार्टी की खूब किरकिरी हुई। वजह यह थी कि आम लोगों के बीच सदानंद दाते की छवि साफ-सुथरी थी। ठुकराल यहीं नहीं माने। उन्होंने खुद को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किए गए एक युवक की थाने के अंदर ही पिटाई कर दी। वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने इस मामले में भी उनपर केस दर्ज किया। यह तो ऐसे मामले हैं जो पिछले दो साल के भीतर चर्चा में रहे। यह ऐसा दौर रहा जब प्रदेश और केंद्र में भाजपा की ही सरकार रही। इसके अलावा भी उनके विवादित बयान अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। अब सवाल यह उठता है कि चैंपियन के खिलाफ इतना सख्त कदम उठाने वाली पार्टी ठुकराल के मामले में पीछे क्यों हट जाती है। 

पार्टी ने फिर दिया कारण बताओ नोटिस

टोल पर तोडफ़ोड़ के मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि उन्हें अखबारों के माध्यम से इस घटना की जानकारी हुई है। उन्होंने विधायक ठुकराल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विधायक को दस दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी। 

मैं हर मुकदमा झेलने को तैयार : ठुकराल

एक तरफ जहां प्रदेश अध्यक्ष कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कर रहे हैं, वहीं ठुकराल भी सीना ताने खड़े हैं। रविवार को उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि उनके ऊपर चाहे जितने मुकदमे लाद दिए जाएं, वह जनहित के मुद्दे पर ऐसे कदम उठाते रहेंगे। वह किसी भी हाल में उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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