पिंजड़े के पास पुराना मांस खाकर लौट गया आदमखोर
भीमताल स्थित विकासखंड ओखलकांडा के धैना गांव में तेंदुए का आतंक अभी समाप्त नहीं हुआ है। सोमवार तड़के आदमखोर गुलदार पिंजड़े के नजदीक आया मगर कैद नहीं हो सका।
संवाद सहयोगी, भीमताल : विकासखंड ओखलकांडा के धैना गांव में तेंदुए का आतंक अभी समाप्त नहीं हुआ है। सोमवार तड़के चार बजे आदमखोर गुलदार पिंजड़े के नजदीक तो आया, मगर कैद नहीं हो सका। पिंजड़े से पांच मीटर की दूरी पर उसने पहले मारी गई एक बकरी का बचा-खुचा मांस भी खाया और उसके बाद जंगल में चला गया। वहीं, पूर्व प्रधान मोहन रावत ने बताया कि तीन बार वनकर्मियों ने पिंजरे को चेक किया था।
ओखलकांडा ब्लाक में गुलदार की दहशत ने ग्रामीणों को घरों में कैद कर रखा है। तड़के गुलदार उस जगह पर दोबारा पहुंचा था, जहां उसने खिमूली देवी पर हमला किया था। इस लोकेशन पर महकमे ने पिंजड़ा भी लगाया है मगर गुलदार पिंजड़ा से दूर ही रहा। हालांकि, पेट भरने के लिए उसने पास में पड़े बकरी के मांस को जरूर खाया। वहीं, गुलदार की आवाज लगातार धैना, पलैड़ा, बसकोटी, सेला आदि गांवों में सुनाई देने से लोग डरे हुए हैं। सहमे लोग दोपहर तीन बजे बाद घरों में दुबक जा रहे हैं। आदमखोर ने गांव की रौनक खत्म करने के साथ लोगों की दिनचर्या को भी बदल डाला।
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बार्डर और गांव में तीन शिकारियों ने संभाला मोर्चा
विकासखंड ओखलकांडा के धैना, बजवाल और तुषराड़ में नरभक्षी तेंदुए को मारने के लिए तीन शिकारी पहुंच गए हैं। तुषराड़ में जहां लखपत सिंह ने कमान संभाल ली है तो वहीं वन विभाग द्वारा चम्पावत जिले और नैनीताल जिले से लगे जंगल में भी शिकारी को भेजा है। मामले की जानकारी देते हुए रेंजर शशि बिष्ट ने बताया कि सीमा में रशद बिन हासिम को लगाया गया है। वहीं तुषराड़ में शिकारी लखपत सिंह ने कमान संभाल ली है। रेंजर ने बताया कि तुषराड़ समेत आसपास के कई गांव में तेंदुआ दिखाई देने की सूचना मिल रही है। वहीं बताया कि तुषराड़ में जिसको नरभक्षी समझा जा रहा है वह कोटली आदि में भी तेंदुआ दिखाई देने की सूचना आ रही है। वहीं धैना में शिकारी शेबू शेख ने पहुंच कर अपनी पोजिशन ली है। जंगल में मचान बनाया गया है।
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विधायक कैड़ा ने प्रभावित परिवारों को दिया एक-एक लाख की चेक
विधायक राम सिंह कैड़ा ने विकासखंड ओखलकांडा के कूकना, धैना और बजवाल गांव का वन विभाग के अधिकारियों के साथ भ्रमण किया और प्रभावित परिवारों को राहत राशि के एक-एक लाख के चेक दिए। धैना गांव में खिमुली देवी के परिजनों को एक लाख का चेक दिया तो बजवाल गांव में चम्पा देवी के परिजनों को एक लाख का चेक वितरित किया। वन विभाग के अधिकारियों से तेंदुए से निजात दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। इस दौरान रेंजर देवीधूरा सुनील शर्मा, रेंजर भीगराड़ा हिमालय सिंह तोलिया, कमल पांडे आदि साथ थे।