बांहों पर काली पट्टी बांधकर लैब टैक्निशियनों ने किया काम

लैब टैक्निशियनों ने जोखिम भत्ते की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 05:38 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:10 AM (IST)
बांहों पर काली पट्टी बांधकर लैब टैक्निशियनों ने किया काम
बांहों पर काली पट्टी बांधकर लैब टैक्निशियनों ने किया काम

जागरण संवाददाता, नैनीताल: लैब टैक्निशियनों ने जोखिम भत्ता की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को बीडी पांडे अस्पताल के कर्मियों ने बांहों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो कार्य करते हुए सभी लैब टैक्निशियन अनशन करेंगे।

उत्तराखंड मेडिकल लैब टैक्निशियन एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनीश मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लैब टैक्नीशियन पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं। खतरों से खेल कर संक्रमित व्यक्तियों के सैंपल लेने से लेकर परीक्षण तक का कार्य वह कर रहे हैं, मगर प्रदेश सरकार ने उन्हें अब तक जोखिम भत्ता नहीं दिया है, जबकि केंद्र सरकार लैब टैक्नीशियन को यह भत्ता दे रही है। पूर्व में मांग करने के बावजूद अब तक लैब टैक्निीशियनों के लिए कैडर पुनर्गठन नियमावली भी नहीं बनाई गई है। पांच जुलाई तक सभी लैब टैक्नीशियन बांहों पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करेंगे। फिर भी यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो कार्य करते हुए सभी कर्मचारी अनशन करेंगे।

जासं, हल्द्वानी : कैडर पुनर्गठन व जोखिम भत्ते की मांग को लेकर उत्तराखंड मेडिकल लैब टैक्नीशियन एसोसिएशन के बैनर तले बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के लैब टैक्नीशियनों ने बांह में काली पट्टी बांधकर काम किया। जिला सचिव प्रदीप राणा ने कहा कि कोविड-19 में फ्रंट लाइन योद्धा के रूप में दिन-रात कार्य करने के बावजूद शासन की ओर से हमेशा लैब टैक्नीशियनों की अनदेखी की जाती रही है। मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी है। कहा कि यदि जल्द मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता तो आंदोलन तेज किया जाएगा। विरोध जताने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष कुबेर मावड़ी, पूर्व प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर शर्मा, जिला अध्यक्ष सतीश पाठक, गिरीश, नरेश, महेश, देवेश आदि शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी