Nainital News : कुमाऊं विवि शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ मांगों के समर्थन में पहली को देगा धरना

कुमाऊं विवि शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ ने लंबे समय से लंबित मांगों का निस्तारण नहीं होने एवं समस्याओं की अनदेखी पर आक्रोश व्यक्त किया है। साथ ही विवि प्रशासन विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए पहली जुलाई को एक दिनी धरना प्रदर्शन का ऐलान कर डाला है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 24 Jun 2022 09:51 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jun 2022 09:51 AM (IST)
Nainital News : कुमाऊं विवि शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ मांगों के समर्थन में पहली को देगा धरना
पहली जुलाई को धरना प्रदर्शन का ऐलान, सहमति व आश्वासन के बाद भी कर्मचारियों की मांगें यथावत

जागरण संवाददाता, नैनीताल : कुमाऊं विवि शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ ने लंबे समय से लंबित मांगों का निस्तारण नहीं होने एवं समस्याओं की अनदेखी पर आक्रोश व्यक्त किया है। साथ ही विवि प्रशासन विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए पहली जुलाई को एक दिनी धरना प्रदर्शन का ऐलान कर डाला है।

महासंघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत एवं महामंत्री लक्ष्मण सिंह रौतेला ने विश्वविद्यालय में सालों से आधा दर्जन से अधिक तकनीकी पद रिक्त चल रहे है। इन पदों पर नियुक्ति को विवि प्रशासन की ओर से अनेक बार आश्वासन दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिस कारण कार्यरत कर्मियों पर अतिरिक्त कार्य का बोझ बढ़ता जा रहा है। यही नहीं शासन ने कुमाऊं विवि में रिक्त सात पदों के मृत संवर्ग में परिवर्तित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि मांग पत्र पर सहमति के बाद भी विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी से तृतीय श्रेणी के एक पद सहित प्रयोगशाला परिचरों की पदोन्नति की प्रक्रिया भी बाधित है। मिनिस्ट्रीयल कर्मियों की वरिष्ठता सूची भी लंबे समय से जारी नहीं की गई है। विभागवार अनुभागवार कार्मिको का ढांचा बनाये जाने का कार्य विगत एक वर्ष से पूर्ण नहीं हो रहा है। संवर्गों की सेवा नियमावली का कार्य समिति बनने तक सीमित रहा है। तबादलों की कोई नियमावली नहीं बनी है।

राज्य सरकार की गोल्डन कार्ड योजना को लागू करने को विश्वविद्यालय प्रशासन सक्रिय नहीं है। भीमताल परिसर को शासकीय अनुमोदन को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के संबंध में सहमति के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। विश्वविद्यालय में मानदेय के वितरण में पारदर्शिता की लगातार मांग के बावजूद एक समिति गठन के अतिरिक्त कोई कार्य नहीं हुआ है।

परीक्षा कार्य को अनुबंधित फर्म के कानपुर से कार्य करने के चलते होने रिजल्ट देर से आ रहा है और परिणामस्वरूप परीक्षा कार्यों में संलग्न कर्मचारियों को विद्यार्थियों के रोष का सामना करना पड़ रहा है। जबकि रिटायर कर्मचारियों का भुगतान में काफी समय लग रहा है। प्रयोगात्मक परीक्षाओं के सम्पादन के बाद कर्मचारियों के बिल भुगतान में प्रशासन लगातार मनमानी कर रहा है। पदाधिकारियों ने कहा कि पहली जुलाई को मांगों के समर्थन में एक दिनी धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

पदाधिकारियों ने बताया कि संगठन ने प्रशासन से लगातार वार्ता की है, पत्राचार किया गया है परन्तु कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगातार अनदेखी एवं मनमानी की जा रही है। वर्तमान में परीक्षा कार्यों के दृष्टिगत छात्रहित में संगठन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि संगठन के पदाधिकारी, दिनांक 01 जुलाई 2022 को प्रशासनिक भवन में एक दिन का धरना प्रदर्शन करेंगे। कोई भी कार्यवाही न होने पर बाध्य होकर संगठन द्वारा अनिश्चितकालिन आन्दोलन पर विचार किया जायेगा। इस हेतु विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं पुलिस प्रशासन को पत्र प्रेषित कर दिये गये हैं।

chat bot
आपका साथी