फौजी पति की मौत के बाद इंसाफ को भटक रही महिला, इंश्योरेंस कंपनी ने नहीं दिया बीमा

सालों तक पति को देश की रक्षा करते देख गर्व महसूस करने वाली एक फौजी की पत्नी अब इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 02:02 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 02:02 PM (IST)
फौजी पति की मौत के बाद इंसाफ को भटक रही महिला, इंश्योरेंस कंपनी ने नहीं दिया बीमा
फौजी पति की मौत के बाद इंसाफ को भटक रही महिला, इंश्योरेंस कंपनी ने नहीं दिया बीमा

हल्द्वानी, जेएनएन : सालों तक पति को देश की रक्षा करते देख गर्व महसूस करने वाली एक फौजी की पत्नी अब इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है। हादसे में पति की मौत के बाद उसने पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा किया है। पिछले एक साल से वह पुलिस-प्रशासन के बड़े अफसरों के दर पर उम्मीद के साथ चक्कर काट रही है। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं।

पार्वती विहार डहरिया निवासी राजेंद्र सिंह जलाल सेना से सूबेदार पद पर रिटायर होने के बाद रामपुर रोड स्थित एचपी ऑयल कंपनी के डिपो में सुरक्षा गार्ड के तौर पर नौकरी करने लगे। 13 मार्च 2016 की दोपहर वह स्कूटी से होकर ड्यूटी से लौट रहे थे। इस बीच एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। हादसे में रिटायर्ड सूबेदार के दोनों पांच कुचलने के साथ गंभीर चोट आई। कोतवाली पहुंची पत्नी बालादेवी ने बताया कि घायल होने पर हल्द्वानी से लेकर दिल्ली तक पति का उपचार करवाया। जमा पूंजी उनके इलाज व बच्चों की पढ़ाई पर खर्च हो गई। बड़ी बेटी पूनम जयपुर से बीएससी नर्सिंग व बेटा नितिन बीटेक का छात्र है। महिला का आरोप था कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने सही से जांच नहीं की। पति को गलत दिशा में दिखा दिया। जिस वजह से इंश्योरेंस कंपनी से कोई मुआवजा नहीं मिला।

पीडि़त महिला ने न्याय को लेकर डीएम, एसएसपी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक गुहार लगाई, लेकिन कही से कोई मदद नहीं मिली। वहीं परिवार के आर्थिक तंगी से गुजरने की वजह से महिला फिर अफसरों के दर पर चक्कर काट रही।

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