पिथौरागढ़ में भारी आंधी व भारी बारिश, पेड़ गिरने से दो कारें व मकान क्षतिग्रस्त, दुकान-घर में घुसा पानी

पिथाैरागढ़ में पिछले हफ्ते से रुक रुककर बारिश हो रही है। सोमवार दोपहर बाद तेज हवाएं चलने लगी उसके बाद भारी बारिश हुई। जिलेभर में आंधी के चलने से काफी नुकसान की सूचना है।लालघाटी में पेड़ गिरने से दो कार और एक मकान क्षतिग्रस्त हो गए।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 16 May 2022 06:33 PM (IST) Updated:Mon, 16 May 2022 06:33 PM (IST)
पिथौरागढ़ में भारी आंधी व भारी बारिश, पेड़ गिरने से दो कारें व मकान क्षतिग्रस्त, दुकान-घर में घुसा पानी
एक दर्जन से अधिक दुकानों और मकानों में पानी घुस गया है।

टीम जागरण, धारचूला/थल/मुनस्यारी पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी जिले पिथौरागढ़ में आंधी-पानी के काफी नुकसान पहुंचा है। धारचूला  और मुनस्यारी में भारी बारिश हुई। बंगापानी तहसील में तेज हवाएं चलने से गोरी नदी पर बने पैदल पुल की रैलिंग टूट गई। धारचूला मेें भारी बारिश और ओलावृष्टि से नालियों का पानी सड़कों पर बहा। एक दर्जन से अधिक दुकानों और मकानों में पानी घुस गया है।

थल, लालघाटी क्षेत्र में चले अंधड़ से थल और लालघाटी में पेड़ गिरने से दो कार और एक मकान  क्षतिग्रस्त हो गए। पतेत में एक गोशाला की छत उड़ गई । थल बाजार में दुकानों के आगे रखी कुर्सियां उड़ गई । मार्ग पर पेड़ गिरने से एक घंटे तक अस्कोट-कर्णप्रयाग और थल-मुनस्यारी मार्ग बंद रहा।

सीमांत जिले में सोमवार सुबह से मौसम साफ था और चटक धूप खिली थी। मौसम की सबसे बड़ी विशेषता यह रही की अपरान्ह तक तापमान में बढ़ोत्त्तरी रही और घरों पर पंखे चलाने की नौबत आ गई । अपरान्ह दो बजे से मौसम बदलने लगा।

मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार दो बजे से मूसलधार बारिश हुई । बारिश से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। बंगापानी से मिली जानकारी के अनुसार रविवार देर सायं तहसील क्षेत्र में तेज अंधड़ चला। अंधड़ से  गोरी नदी पर बने पैदल पुल की रैलिंग टूट गई। यह पुल  तीन ग्राम पंचायतें मवानी दवानी, आलम दारमा और धामी गांव की लाइफ लाइन है। इस पुल से पंद्रह ग्राम पंचायतों के ग्रामीण आवाजाही करते हैं और स्कूली बच्चों से लेकर इंटर तक के बच्चे विद्यालयों में पढऩे के लिए आते जाते हैं। पुल क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण भयभीत हैं।

थल से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार अपरान्ह को थल से लेकर लाल घाटी तक तेज अंधड़ ने तबाही मचा दी। इस दौरान थल में पेट्रोल पंप के निकट रितुराज होटल के सामने एक विशाल सिल्वर ओक का पेड़ गिर गया जो सीधे वहां पर खड़ी हुंडई कार यूके 06 ए जे 3571 पर गिरा। 

पेड़ कार में गिरने से पहले बिजली तारों पर गिरा। जिसके चलते कार में सवार सवारियां कार से निकल गई। कार क्षतिग्रस्त हो गई। पेड़ गिरने से अस्कोट-कर्णप्रयाग और थल- मुनस्यारी मार्ग एक घंटे बंद रहा। पुलिस जवानों ने स्थानीय लोगों की मदद से पेड़ काट कर हटाया। बिजली लाइन क्षतिग्रस्त होने से विद्युतापूर्ति ठप हो गई है।

इस दौरान थल के निकट मुनस्यारी मार्ग पर पतेत गांव में कुंदन चंद की गौशाला की छत उड़ गई और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई।

डीडीहाट-अस्कोट मार्ग पर लाल घाटी के पास तेज अंधड़ से एक पेड़ त्रिलोक सिंह खड़ायत के मकान पर गिरा। मकान के छत की रैलिंग और टिनशेड क्षतिग्रस्त हो गया। मकान के पास खड़ी अल्टो कार यूके 05सी, 7334 पेड़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान तेज हवाओं के चलते थल बाजार में दुकानों के बाहर दुकानदारों द्वारा रखी गई कुर्सियां उड़ गई।

कुर्सियां हवा में उड़ती नजर आई। इससे पूर्व हल्के ओले गिरे और फिर तेज हवाएं चली। थलवासियों का कहना है कि कुछ देर हवा और रहती तो काफी अधिक नुकसान हो जाता।  जंगलों में भारी संख्या में पेड़ गिरे हैं। मौसम को लेकर रामगंगा नदी घाटी में दहशत बनी है।

धारचूला से मिली सूचना के अनुसार सोमवार अपरान्ह को नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। मूसलधार बारिश से नगर की नालियां बंद होने से सारा पानी सड़कों पर बहने लगा। इस दौरान मल्ली बाजार में एक दर्जन से अधिक दुकानों और मकानों में पानी घुस गया। 

जनता का कहना है इस सीजन की अब तक की सबसे अधिक बारिश हुई और बारिश ने नगरपालिका की पोल खोल दी है। बारिश थमने के एक घंटे बाद तक सड़कों पर पानी बहता रहा। काली नदी घाटी क्षेत्रों में मौसम के चलते लोग भयभीत हैं। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में हल्की हवाएं चली। बारिश और हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आ चुकी है।

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