उच्च शिक्षा में सुधार के लिए तीन दिन उपवास रखेंगे पूर्व विधानसभाध्‍यक्ष कुंजवाल NAINITAL NEWS

पूर्व विधानसभाध्‍यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि प्रदेश की उच्च शिक्षा का हाल बेहाल है। कॉलेजों में छोटी-छोटी समस्याओं के लिए छात्रों को आंदोलन करना पड़ रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 13 Jul 2019 07:20 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jul 2019 07:20 PM (IST)
उच्च शिक्षा में सुधार के लिए तीन दिन उपवास रखेंगे पूर्व विधानसभाध्‍यक्ष कुंजवाल NAINITAL NEWS
उच्च शिक्षा में सुधार के लिए तीन दिन उपवास रखेंगे पूर्व विधानसभाध्‍यक्ष कुंजवाल NAINITAL NEWS

अल्मोड़ा, जेएनएन : प्रदेश की उच्च शिक्षा का हाल बेहाल है। पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों व पीजी कॉलेजों में छोटी-छोटी समस्याओं के लिए छात्रों को आंदोलन करना पड़ रहा है। जिसका प्रमाण पिथौरागढ़ में छात्रों का किताबों और शिक्षकों की मांग को लेकर दिया जा रहा आंदोलन है। पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार के लिए 25 जुलाई से वह अपने क्षेत्र की तीनों तहसीलों में एक एक दिन उपवास कर धरना देंगे।

कुंजवाल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में वित्तीय स्वीकृति के साथ विभिन्न विषयों के प्रवक्ताओं के पद स्वीकृत किए थे, लेकिन पिछले ढाई वर्षों में उन पर भाजपा सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। वहीं जो नए विषय खोले गए थे उन्हें भी शुरू नहीं किया। कई महाविद्यालयों मेें विज्ञान वर्ग की मान्यता दी गई थी उनके लिए न तो भवन बनाए गए न ही प्रवक्ता तैनात किए गए। कुंजवाल ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर 25 जुलाई के बाद वह जागेश्वर क्षेत्र की तीनों तहसीलों में एक-एक दिन का उपवास करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके गृह क्षेत्र के राम सिंह धौनी महाविद्यालय जैती में छात्रों को अंग्रेजी विषय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। प्रवक्ता न होने की बात कहते हुए छात्रों को संस्कृत पढऩे को मजबूर किया जा रहा हैं। जिसके कारण कई छात्र शिक्षा के लिए क्षेत्र से पलायन कर गए हैं। उच्च शिक्षा राज्‍य मंत्री सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की केवल कोरी बयानबाजी कर कर रहे है। जमीनी स्तर पर न तो पठन पाठन में और न अवस्थापना विकास व साज सच्जा के मद में कोई सुधार हुआ है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि युवाओं के भविष्य को देखते हुए तत्काल प्रभाव से पूर्व कांग्रेस की सरकार के समय स्वीकृत पदों व विषयों को पढ़ाने की व्यवस्था सरकार करे वरना जो आंदोलन की आग पिथौरागढ़ से शुरू हुई है उसे कोई रोक नहीं पाएगा।

chat bot
आपका साथी