आज से नैनीताल में घरों से नहीं होगा कूड़ा कलेक्शन

नैनीताल शहर में 15 फरवरी से घरों से कूड़ा कलेक्शन नहीं होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 06:01 AM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 06:01 AM (IST)
आज से नैनीताल में घरों से नहीं होगा कूड़ा कलेक्शन
आज से नैनीताल में घरों से नहीं होगा कूड़ा कलेक्शन

जासं, नैनीताल : शहर में 15 फरवरी से घरों से कूड़ा कलेक्शन नहीं होगा। पिछले साल जुलाई से घर-घर कूड़ा कलेक्शन कर रही जागृति संस्था अब काम बंद कर देगी। नगर पालिका ने संस्था को काम बंद करने का निर्देश दिया है।

संस्था के अध्यक्ष दीपक रुवाली के अनुसार संस्था का डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को लेकर पालिका के साथ अनुबंध हुआ था, मगर पालिका ने संस्था को कूड़ा उठाने के लिए न तो पर्याप्त डिब्बे उपलब्ध कराए और न ही कूड़ा पृथक करने के लिए स्थान मुहैया कराया। कार्यालय, सामान व कूड़ा निस्तारण के लिए भी जगह नहीं दी गई, इस कारण अनुबंध की शर्तो पर काम करना असंभव हो गया। संस्था ने पालिका को 32 प्रत्यावेदन दिए गए, मगर अनुबंध के अनुसार पालिका ने संस्था को सहयोग प्रदान नहीं किया। इधर, नगर पालिका ने संस्था के काम को असंतोषजनक बताते हुए काम बंद करने का निर्देश दे दिया है। रुवाली ने पालिकाध्यक्ष के 15 फरवरी से काम बंद करने के निर्देश को विधि विरुद्ध करार देते हुए कहा कि वह काम बंद कर रहे हैं, मगर संस्था के देयकों का भुगतान पालिका को जल्द करना चाहिए। सेनिटेशन व सीवरेज ट्रीटमेंट तकनीक से हुए रूबरू

नैनीताल : अमृत योजना के इंटीग्रेटेड क्षमता विकास प्रशिक्षण के अंतर्गत मध्य प्रदेश नगर निगम के अधिकारियों-अभियंताओं की स्वच्छता व सीवरेज ट्रीटमेंट को लेकर प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हो गई है। पहले दिन जल संस्थान नैनीताल के अधिकारियों ने सीवरेज ट्रीटमेंट, पेयजल वितरण व सेफ्टिक टैंक आदि के बारे में जानकारी साझा की।

डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ कार्यशाला समन्वयक मनोज पांडे ने किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कार्यशाला निकाय क्षेत्रों में सेनिटेशन को लेकर दिक्कतों के समाधान का माध्यम बनेगी। अलग-अलग सत्रों में जल संस्थान नैनीताल के अधिशासी अभियंता संतोष उपाध्याय व हल्द्वानी के वीके सक्सेना ने सीवरेज ट्रीटमेंट के लिए किए गए उपायों की जानकारी दी। उपाध्याय ने नैनीताल में पेयजल वितरण सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि झील संरक्षण को देखते हुए कटौती सिस्टम लागू किया तो इससे झील का जलस्तर सुधरा। उन्होंने नैनीताल में ब्रिटिशकाल से बने सीवरेज सिस्टम के बारे में भी बताया। कार्यशाला में एई जगदीश मालवीय, प्रेम कुमार साहू, मृत्युंजल तिवारी, यश निगम समेत अन्य थे। कार्यशाला का समापन शनिवार को होगा।

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