ऐसे करें सिविल की तैयारी, डीएम, एसएसपी और एडीएम ने दिए टिप्‍स

सिविल सेवा की तैयारी के लिए सेवायोजन विभाग की ओर से नगर निगम सभागार में आयोजित कॅरियर काउंसलिंग व गाइडेंस शिविर को लेकर स्टूडेंट्स में गजब का उत्साह दिखा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 05:22 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 06:25 PM (IST)
ऐसे करें सिविल की तैयारी, डीएम, एसएसपी और एडीएम ने दिए टिप्‍स
ऐसे करें सिविल की तैयारी, डीएम, एसएसपी और एडीएम ने दिए टिप्‍स

हल्द्वानी, जेएनएन : सिविल सेवा की तैयारी के लिए सेवायोजन विभाग की ओर से नगर निगम सभागार में आयोजित कॅरियर काउंसलिंग व गाइडेंस शिविर को लेकर स्टूडेंट्स में गजब का उत्साह दिखा। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ अपने अनुभव साझा करने के साथ जरूरी टिप्स दिए। कोचिंग संस्थान जीत आइएएस के निदेशक इंद्रजीत सिंह, शिवा आइएएस के सत्यम राज, एआइएम आइएएस के नवीन तिवारी, सर्वोदय आइएएस के रमेश सिंह ने सिविल सेवा के सिलेबस, विषयों के चयन आदि की जानकारी दी। शिविर में 200 से अधिक स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। यहां जिला सेवायोजन अधिकारी प्रियंका गडिय़ा, भरत त्रिपाठी, राजेश दुर्गापाल, नवीन शर्मा, प्रकाश सनवाल आदि मौजूद रहे।

विशेषज्ञों ने ये दिए मुख्य टिप्स

- टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें।

- एनसीईआरटी कक्षा 6 से 12 की किताबें पढ़ें।

- शेड्यूल बनाकर पढ़ाई करें।

- राइटिंग स्किल सुधारें।

- छोटे-छोटे नोट्स तैयार करें।

- सोशल मीडिया से दूरी बनाएं।

- पड़े हुए का साप्ताहिक, मासिक रिवीजन करें।

हरफनमौला बनने की जरूरी : हरबीर

एडीएम हरबीर सिंह ने कहा किसी एक विधा में मजबूत होकर यूपीएससी परीक्षा पास नहीं की जा सकती। यह परीक्षा व्यक्ति का गुरूर तोड़ देती है। सफलता के लिए हरफनमौला बनना होगा। हौसला कभी न हारें। अपना अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा 'मैं आखिरी मौके में सलेक्ट हुआ। तब मेरी शादी हो चुकी थी और आयु सीमा पूरी होने में सात दिन बचे थे।

लक्ष्य व विजन के साथ आगे बढ़ें : सुनील मीणा

एसएसपी सुनील मीणा ने कहा यूपीएसई परीक्षा समर्पण व मेहनत मांगती है। लक्ष्य तय करें, विजन के साथ आगे बढ़ें। अगर आपने यह किया तो एकेडमिक में कम अंक लाने के बाद भी सफल हो सकते हैं। हर चांस को आखिरी मौके की तरह लें। ज्यादा अंक पाने वाले ही पास हो सकते हैं, बिना कोचिंग सफल नहीं होंगे, यह सिर्फ मिथक हैं।

अखबार पढ़कर नोट्स तैयार करें : रुहेला

संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला ने कहा सबसे पहले सिलेबस, अंकों के वितरण को समझें। हर नोटिफिकेशन देखें। अपनी मजबूती के अनुसार विकल्प का चुनाव करें। तैयारी मिशन मोड में हो। पाठ्यक्रम के साथ करंट अफेयर के लिए नियमित अखबार पढ़ें और उससे नोट्स तैयार करें। इससे राइटिंग स्पीड बढ़ेगी व याद भी जल्दी होगा।

असफल होने पर अधिक हिम्मत से जुटें : प्रीति

एसपी सिटी प्रीति प्रियदर्शनी ने कहा आइएएस ज्ञान की परीक्षा नहीं है। यह व्यक्ति की विल पावर, हिम्मत परखती है। इसलिए हर असफलता के बाद अधिक हिम्मत के साथ दोबारा जुटें। सकारात्मक सोच रखें। हर बार नए सिरे से तैयारी करें व आखिरी मौका समझकर परीक्षा दें। पढ़ाई के साथ लिखने का भी अभ्यास करें, सोशल मीडिया से दूरी बनाएं।

55 फीसद माक्र्स में मिलेगी सफलता : रोहित मीणा

केएमवीएन के एमडी आइएएस रोहित मीणा ने यूपीएससी की मैथ समझाते हुए कहा हर साल 10 लाख लोग आवेदन करते हैं। इसमें से करीब 2 लाख परीक्षा नहीं देते। एक लाख पहला पेपर देकर छोड़ देते हैं। 10 लाख का आंकड़ा देखकर न घबराएं। 55 फीसद अंक ध्यान में रखें, परीक्षा आसान लगेगी। सभी प्रश्नों के जवाब दो।

रणनीति बनाने की जरूरत : विनीत

सीडीओ विनीत कुमार ने कहा उन्होंने पहले ही प्रयास में सिविल सर्विसेज व इंजीनियङ्क्षरग (दोनों एक साल में) परीक्षा पास की। तैयारी के लिए रणनीति बनानी जरूरी है। अखबार से नोट्स बनाएं। हर इश्यू का बैकग्राउंड जानें। पिछले साल के पेपर हल करें। कितना याद कर रहे हैं, इसे भी परखें। कोचिंग से व्यवस्थित पढ़ाई में मदद मिलती है।

खुद के अंदर आग पैदा करें : सुमन

डीएम वीके सुमन ने कहा यूपीएससी औसत बुद्धि वाला व्यक्ति भी पास कर सकता है, जरूरत समर्पण की है। ठान लें परीक्षा पास करनी है। झंझावतें आएंगी, उन्हें दरकिनार करें। खुद का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा 12वीं के बाद वह घर से भाग गए। मजदूरी, ट्यूशन से मिले पैसे से पढ़ाई की। बोले, 'असफलता को सफलता की सीढ़ी, डिप्रेशन को अपनी ताकत बनाएं। तनाव में मेरा संघर्ष याद करना।

हर सप्ताह आयोजित होगा शिविर

जिला सेवायोजन अधिकारी प्रियंका गडिय़ा ने कहा प्रत्येक रविवार को कॅरियर काउंसलिंग शिविर लगाएगा जाएगा। हर बार अलग-अलग विषय पर विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे।

यह भी पढ़ें : अंगोरा का मखमली ऊन लोगों को बना रहा है आत्‍मनिर्भर, जानिए कैसे

यह भी पढ़ें : यहां से गुजरते हुए हर वक्त रहता है जान का खतरा, फिर भी आंखें बंद किए है सरकार

chat bot
आपका साथी